वर्ली विधानसभा क्षेत्र की गलियों में शिंदे और फडणवीस कोचलने को कर देंगे मजबूर- आदित्य ठाकरे
Shinde and Fadnavis will be forced to walk in the streets of Worli assembly constituency - Aditya Thackeray
आदित्य ठाकरे ने दावा किया कि वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस को मुंबई में वर्ली विधानसभा क्षेत्र की गलियों में उतरने को मजबूर कर देंगे और चुनाव भी जीतेंगे. राज्य के पूर्व मंत्री दक्षिण मुंबई में स्थित वर्ली में मुख्यमंत्री के पूर्वनियोजित कार्यक्रम से कुछ घंटों पहले लोगों को संबोधित कर रहे थे.
मुंबई : शिवसेना (यूबीटी) के नेता आदित्य ठाकरे ने दावा किया कि वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस को मुंबई में वर्ली विधानसभा क्षेत्र की गलियों में उतरने को मजबूर कर देंगे और चुनाव भी जीतेंगे. राज्य के पूर्व मंत्री दक्षिण मुंबई में स्थित वर्ली में मुख्यमंत्री के पूर्वनियोजित कार्यक्रम से कुछ घंटों पहले लोगों को संबोधित कर रहे थे.
आदित्य ठाकरे ने कहा, ‘‘मेरे विधानसभा क्षेत्र में बैठक है. मैं अपनी सीट से इसलिए जीता, क्योंकि मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री संयुक्त रूप से वहां रैली करने पहुंचे थे. जब भी चुनाव होगा मैं उन्हें गलियों में उतरने को मजबूर कर दूंगा. इसके बावजूद वर्ली और महाराष्ट्र में भी जीत मेरी होगी.’’ गौरतलब है कि पिछले सप्ताह आदित्य ठाकरे ने शिंदे को वर्ली सीट से चुनाव लड़ने की चुनौती दी थी.
वहीं, नासिक में आदित्य ठाकरे ने कहा कि “जब लियोन मेस्सी या क्रिस्टियानो रोनाल्डो फुटबॉल के मैदान पर होते हैं तो प्रतिद्वंद्वी टीम के खिलाड़ी उन्हें घेरने का प्रयास करते हैं. उन्होंने कहा, ऐसे ही जब सचिन तेंदुलकर बल्लेबाजी करते थे तो उनके लिए खास फील्डिंग होती थी, लेकिन मैं छक्का लगाऊंगा और जीत भी मेरी होगी.’’
वहीं, शिवसेना (उद्धव बाला साहेब ठाकरे) के एक वरिष्ठ नेता का दावा है कि औरंगाबाद में जब आदित्य ठाकरे जनसभा को संबोधित कर रहे थे, उनपर पथराव किया गया. हालांकि, पुलिस के एक अधिकारी का कहना है कि दो प्रतिद्वंद्वी गुटों में पत्थरबाजी हुई थी. पथराव की कोई घटना नहीं हुई है.
महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता अम्बादास दानवे ने ट्वीट किया कि जब वे लोग महलगांव में सभा स्थल से निकल रहे थे तो तीन-चार पत्थर उनकी ओर फेंके गए. उन्होंने कहा कि यह हिन्दुओं और दलितों के बीच झगड़ा करवाने का प्रयास है और हम इसकी निंदा करते हैं. हालांकि, जिला पुलिस अधीक्षक मनीष कलवानिया ने पथराव की घटना से इंकार किया है. उन्होंने कहा कि सिर्फ दो गुटों में पत्थरबाजी हुई है.

