पिछले पांच वर्षों में अन्य कारणों से तनाव में आकर ८१९ जवानों ने की खुदकुशी...
In the last five years, 819 jawans committed suicide due to stress due to other reasons.
भारतीय सेना के जल, थल और वायु सेना में तैनात जवान टेंशन में मानसिक तनाव झेल रहे हैं। आला अधिकारियों की फटकार तो कभी पारिवारिक कलह की पीड़ा से परेशान जवान आत्महत्या की दहलीज पर पहुंच जाते हैं। ऐसी ही एक घटना में कल भारतीय नौसेना के एक २५ वर्षीय जवान ने अपनी सर्विस राइफल से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
मुंबई : भारतीय सेना के जल, थल और वायु सेना में तैनात जवान टेंशन में मानसिक तनाव झेल रहे हैं। आला अधिकारियों की फटकार तो कभी पारिवारिक कलह की पीड़ा से परेशान जवान आत्महत्या की दहलीज पर पहुंच जाते हैं। ऐसी ही एक घटना में कल भारतीय नौसेना के एक २५ वर्षीय जवान ने अपनी सर्विस राइफल से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। इस मामले में भारतीय नौसेना ने विभागीय जांच के आदेश दिए हैं, वहीं पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। भारतीय नौसेना के मुताबिक जवान घरेलू हिंसा से परेशान था।
आंकड़ों पर गौर करें तो पिछले पांच वर्षों में अन्य कारणों से तनाव में आकर ८१९ जवानों ने खुदकुशी की है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक भारतीय नौसेना मृतक का नाम हैप्पी सिंह तोमर है। अधिकारियों के मुताबिक जब वे घटना पर पहुंचे तो जवान मृत पड़ा हुआ था। उसकी रायफल बगल में पड़ी हुई थी। इसके बाद कोलाबा पुलिस को मामले की सूचना दी गई। सरकार के उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक पिछले पांच सालों में सशस्त्र बलों के कुल ८१९ जवानों ने आत्महत्या की है।
सेना ने अधिकतम ६४२ ऐसे मामले दर्ज किए हैं। राज्यसभा में एक लिखित प्रश्न के जवाब में रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि भारतीय वायुसेना ने इस अवधि में १४८ मामले दर्ज किए हैं, जबकि भारतीय नौसेना में यह संख्या २९ थी। रक्षा राज्य मंत्री ने पिछले पांच सालों में आत्महत्या करनेवाले सैनिकों-पूर्व सैनिकों की संख्या को लेकर पूछे गए सवाल पर यह जवाब दिया था।
Related Posts
Post Comment
Latest News

Comment List