बंदरगाह से बरामद 345 किलोग्राम मादक पदार्थ के मामले में चौंकाने वाली जानकारियां आई सामने...
Shocking information has come to the fore in the case of 345 kg of narcotics recovered from the port.
Mumbai के बंदरगाह से बरामद 345 किलोग्राम मादक पदार्थ मिलने के मामले की जांच में कई चौकाने वाली जानकारियां सामने आई है। उक्त मादक पदार्थ ईरान के दो रसायन विशेषज्ञों द्वारा निर्मित की गई थी। दोनों की पहचान अलीरेजा राजाबी और तोहिद राजाबी के रूप में हुई है।
मुंबई : बंदरगाह से बरामद 345 किलोग्राम मादक पदार्थ मिलने के मामले की जांच में कई चौकाने वाली जानकारियां सामने आई है। उक्त मादक पदार्थ ईरान के दो रसायन विशेषज्ञों द्वारा निर्मित की गई थी। दोनों की पहचान अलीरेजा राजाबी और तोहिद राजाबी के रूप में हुई है। यह दोनों मादक पदार्थों की तस्करी के सिलसिले में कई मेडिकल और पर्यटक वीजा पर भारत आ चुके हैं।
दिल्ली पुलिस ने इनके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर (एलओसी) जारी करवाया है। पूर्व में गिरफ्तार किए गए दो अफगान नागरिक रहीमुल्ला रहीमी और मुस्तफा स्टानिकजई से पूछताछ के बाद ईरानी रसायन विशेषज्ञों की संलिप्तता के बारे में स्पेशल सेल का पता चला। दोनों ईरानी भारत भेजे मादक पदार्थों को अस्थाई प्रयोगशालाओं में उच्छ गुणवत्ता में निर्मित करवाते थे।
उक्त 345 किलोग्राम मादक पदार्थ ईरान के शाहिद राजाई पोर्ट से एक शिपिंग कंपनी एशियन टाइगर शिपिंग एलएलसी के द्वारा दुबई के जरिए भेजी गई थी। खेप जलाली नाम की एक संस्था की थी जो अजमान यूएई में फुतुरिया नाम की एक फर्म चला रही है। पुलिस को संदेह है कि रसायन विशेषज्ञ जलाली के सहयोगी हैं।
बता दें कि स्पेशल सेल ने 16 सितंबर को मुंबई बंदरगाह पर ईरान से भेजे गए 22 टन मुलेठी एक कंटेनर से बरामद किया था। उक्त मुलेठी की जड़ों में हीराेइन का लेप लगा हुआ। इसका कुल वजन 345 किलोग्राम था। पुलिस ने पांच सितंबर को दो अफगानी नागरिकों को गिरफ्तार किया था। इनसे पूछताछ के बाद उक्त कंटेनर बरामद किया गया।
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