बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंचे महाराष्ट्र के पूर्व गृह अनिल देशमुख और मंत्री नवाब मलिक
Rokthok Lekhani
मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख और मंत्री नवाब मलिक ने 20 जून को एमएलसी चुनाव में मतदान करने के लिए उनकी याचिकाओं को खारिज करने के बॉम्बे हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है. उनके वकील तत्काल सुनवाई चाहते हैं, सुप्रीम कोर्ट आज दोपहर 12 बजे इस मामले की सुनवाई कर सकता है.
आपको बता दें कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के ये दोनों नेता ईडी जांच का सामना कर रहे हैं और वर्तमान में जेल में बंद हैं. इससे पहले 11 जून को राज्यसभा चुनाव में भी दोनों नेता वोट नहीं डाल पाए थे, क्योंकि बॉम्बे हाईकोर्ट ने उनकी जमानत याचिकाएं खारिज कर दी थीं. दोनों नेता महाराष्ट्र विधान परिषद के चुनाव में वोट डालने के लिए जेल से रिहाई की मांग कर रहे हैं.
महाराष्ट्र विधान परिषद की 10 सीट के लिए राज्य विधानमंडल परिसर में 20 जून को सुबह 9 बजे से मतदान शुरू हो गया है, जो शाम 4 चार बजे तक जारी रहेगा. आज ही शाम को परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे. इन 10 सीटों के लिये कुल 11 उम्मीदवार मैदान में हैं. राज्य की महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार के घटक शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस ने 2-2 उम्मीदवार चुनाव में खड़े किए हैं, जबकि विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 5 उम्मीदवार उतारे हैं.
महाराष्ट्र विधान परिषद के 9 सदस्यों का कार्यकाल 7 जुलाई को समाप्त होने वाला है, वहीं इस साल की शुरुआत में भाजपा के एक नेता के निधन के कारण 10वीं सीट पर चुनाव कराया जा रहा है. नवाब मलिक और अनिल देशमुख को बॉम्बे हाईकोर्ट ने गत रविवार को महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव में मतदान की अनुमति नहीं दी थी.
अब उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है. शिवसेना विधायक रमेश लटके का निधन होने और राकांपा विधायकों नवाब मलिक और अनिल देशमुख के जेल में होने के कारण 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा के सदस्यों की प्रभावी संख्या घटकर 285 रह गई है. विधान परिषद के सभापति निंबालकर, राज्य के उद्योग मंत्री सुभाष देसाई, दिवाकर रावते, प्रवीण दारेकर, प्रसाद लाड, मराठा नेता विनायक मेटे, पूर्व मंत्री सदाभाऊ खोत, सुरजीतसिंह ठाकुर और संजय दौंड सेवानिवृत्त हो रहे हैं.
इनमें से निबांलकर एवं दौंड राकांपा के सदस्य हैं, जबकि दारेकर, ठाकुर और लाड भाजपा से हैं तथा रावते एवं देसाई शिवसेना के नेता हैं. मेटे एवं खोट भाजपा के सहयोगी हैं. दसवीं सीट भाजपा नेता आरएन सिंह के निधन के कारण रिक्त हो गई है. राकांपा ने रामराजे नाइक निंबालकर और पूर्व मंत्री एकनाथ खडसे को मैदान में उतारा है. दोनों नेता कुछ समय पहले भाजपा छोड़कर शरद पवार के नेतृत्व वाली पार्टी में शामिल हुए थे.
शिवसेना ने आदिवासी बहुल नंदुरबार जिले से पार्टी के पदाधिकारी सचिन अहीर और अमश्य पड़वी को उम्मीदवार बनाया है. कांग्रेस ने मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष भाई जगताप और पूर्व मंत्री चंद्रकांत हंडोरे को मैदान में उतारा है. भाजपा ने प्रसाद लाड और प्रवीण दारेकर को फिर से टिकट दिया है. उसने इनके अलावा राम शिंदे, उमा खापरे और श्रीकांत भारतीय को भी टिकट दिया गया है.
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