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Read More... मुंबई: दहेज के कारण आत्महत्याएं और मौतें; एक साल में 438 दहेज प्रताड़ना के मामले
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By Online Desk
दहेज प्रथा, जिसे खत्म करने के लिए देश में दशकों पहले कानून बनाए गए थे, आज भी भारतीय समाज के विभिन्न तबकों में गहराई से जमी हुई है. हाल ही में मुंबई और पुणे जैसे विकसित और शहरों से सामने आए आंकड़े इस सामाजिक बुराई की भयावहता को उजागर करते हैं. ये आंकड़े स्पष्ट रूप से बताते हैं कि दहेज के लिए महिलाओं को प्रताड़ित करना, आत्महत्या के लिए मजबूर करना या फिर उनकी हत्या कर देना अब केवल ग्रामीण या अशिक्षित समाज तक सीमित नहीं रहा. 