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Read More... मुंबई : उद्धव और राज ठाकरे के एक साथ आने से कोई फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि दोनों सिर्फ बोल-बचन तक ही सीमित; बालासाहेब के असली वारिस सिर्फ शिंदे - संजय निरुपम
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By Online Desk
शिवसेना उपनेता और प्रवक्ता संजय निरुपम ने ठाकरे बंधुओं पर बड़ा हमला बोला है। अंधेरी में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उन्होंने कहा कि उद्धव और राज ठाकरे के एक साथ आने से कोई फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि दोनों सिर्फ बोल-बचन तक ही सीमित हैं। निरुपम ने दावा किया कि बाला साहेब ठाकरे के ‘ब्रांड’ का असली वारिस केवल डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे हैं। यह बयान दि बेस्ट एम्प्लॉइज को-ऑप क्रेडिट सोसायटी के चुनाव नतीजों के बाद आया। इस चुनाव को ठाकरे बंधुओं के गठबंधन का पहला प्रयोग माना जा रहा था, लेकिन परिणाम में उनका यह प्रयोग नाकाम रहा। चुनाव में एक तरफ मनसे और शिवसेना (यूबीटी) साथ थीं, तो दूसरी तरफ बीजेपी और शिंदे गुट की शिवसेना। बीजेपी और महाराष्ट्र नवसेना निर्माण गठबंधन पर नाराज उत्तर भारतीय बोले- क्या फर्क पड़ता है 1 सीट मोदी जी नहीं जीते तो
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बीजेपी ने अपने एनडीए के कुनबे में मनसे को शामिल करने के लिए कई बार बैठकें कीं। मनसे प्रमुख राज ठाकरे दिल्ली भी गए। वहां पर उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह के साथ बैठक की। बाद में महाराष्ट्र में उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ बांद्रा के फाइव स्टार होटल में बैठक हुई। बैठक किसी नतीजे तक नहीं पहुंच सकी। चर्चा है कि सीएम एकनाथ शिंदे की पार्टी शिवसेना के कोटे से दक्षिण मुंबई लोकसभा सीट मनसे को दी जा रही है। 