MNS chief
<% catList.forEach(function(cat){ %> <%= cat.label %> <% }); %>
<%- node_title %>
Published On
By <%= createdBy.user_fullname %>
<%- node_title %>
Published On
By <%= createdBy.user_fullname %>
<% if(node_description!==false) { %> <%= node_description %>
<% } %> <% catList.forEach(function(cat){ %> <%= cat.label %> <% }); %>
Read More... महाराष्ट्र: मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे के फर्जी पत्र मामले में मुंबई पुलिस ने केस किया दर्ज
Published On
By Online Desk
वर्ली विधानसभा क्षेत्र में राज ठाकरे के नाम से एक फर्जी पत्र वायरल हुआ है। इस पत्र के जरिए दावा किया गया कि राज ठाकरे के हस्ताक्षर जाली हैं और उन्होंने वर्ली में शिवसेना (शिंदे) के उम्मीदवार मिलिंद देवड़ा का समर्थन किया है। इसके चलते मनसे और शिवसेना (शिंदे) के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के बीच विवाद हो गया। मुंबई में रंगबिरंगी लाइटों पर भड़क गए मनसे चीफ... सीएम मुंबई को बना रहे हैं डांस बार- राज ठाकरे
Published On
By Online Desk
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले राज ठाकरे ने कहा कि यह मुंबई है या फिर डांस बार। मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने एकनाथ शिंदे सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि सीएम मुंबई को डांस बार में बदल रहे हैं। मनसे चीफ ने कहा कि मुंबई को सौंदर्यपूर्ण बदलाव की जरूरत है। महाराष्ट्र में लाडली बहना योजना से मनसे चीफ राज ठाकरे भी नाराज, इससे अच्छा था कि नौकरी दे देते....
Published On
By Online Desk
राज ठाकरे ने कहा कि समाज का कोई भी घटक सरकार से कुछ भी मुफ्त में नहीं मांगता हैं।। राजनीतिक दल अपने स्वार्थ के लिए लोगो को मुफ्तखोरी की आदत लगा रहे हैं, जो उचित नहीं है। चुनावों से पहले मिशन विदर्भ के तहत दो दिवसीय अमरावती दौरे पर पहुंचे राज ठाकरे ने कहा इससे अच्छा होता कि सरकार नौकरी दे देती। राज ठाकरे के हमले के बाद आने वाले दिनों महाविकास आघाडी के नेता भी इस योजना को और हमला बोल सकते हैं। मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने बीजेपी को दे डाली नसीहत, 'अभी लहर चल रही है लेकिन...'
Published On
By Online Desk
ठाकरे ने कानूनी पचड़े में फंसी बीजेपी और शिंदे सरकार की राजनीतिक मजबूरियों और निकाय चुनाव में हो रही देरी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जब जब निकाय चुनाव का विषय आता है तो ऐसा लगता है जैसे मैं एसएससी परीक्षा में फेल हो गया हूं, जब कोई पूछता है कि निकाय चुनाव कब होंगे तो वे कहते हैं मार्च, जब मार्च आता है, तो वे अक्टूबर कहते हैं. 