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Read More... नवी मुंबई : ट्रांसपोर्ट, हेल्थ, पानी की सप्लाई और कम्युनिटी इंफ्रास्ट्रक्चर जैसी बड़ी सिविक प्रॉपर्टीज़ महीनों और सालों से तैयार हैं, लेकिन इस्तेमाल नहीं हो रही
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नवी मुंबई म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन के ₹1,200-1,500 करोड़ के पूरे हो चुके प्रोजेक्ट्स की बढ़ती लिस्ट की ओर फिर से ध्यान गया है, जिनके उद्घाटन की तारीखें CM और डिप्टी CM तय करेंगे। ट्रांसपोर्ट, हेल्थ, पानी की सप्लाई और कम्युनिटी इंफ्रास्ट्रक्चर जैसी बड़ी सिविक प्रॉपर्टीज़ महीनों और सालों से तैयार हैं, लेकिन इस्तेमाल नहीं हो रही हैं। सीनियर अधिकारी अकेले में मानते हैं कि सबसे बड़ी रुकावट एक कॉमन CM-DCM तारीख पक्की करना है। एक साल से ज़्यादा समय से अधर में लटकी सबसे बड़ी फैसिलिटी ₹190 करोड़ का इंटीग्रेटेड वाशी बस टर्मिनस और कमर्शियल कॉम्प्लेक्स है। मुंबई : राज्य सरकार के समक्ष अब केवल राहत ही नहीं बल्कि लोगों के पुनर्वसन का भी बड़ा प्रश्न - शरद पवार
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कई जिलों में लगातार हुई भारी बारिश और बाढ़ के कारण राज्य में ग्रामीण अर्थव्यवस्था चरमरा गई है, जबकि शहरी क्षेत्रों में भी इसका प्रतिकूल प्रभाव देखने को मिल रहा है। फसलें नष्ट हो गई हैं, मकान ढह गए हैं, पशु बह गए हैं और लाखों लोग बेघर हो चुके हैं। इस गंभीर स्थिति में राज्य सरकार के समक्ष अब केवल राहत ही नहीं बल्कि लोगों के पुनर्वसन का भी बड़ा प्रश्न खड़ा हो गया है। इसे लेकर राकांपा (शरद) अध्यक्ष शरद पवार ने सरकार को कुछ सुझाव दिए हैं। मुंबई: शक्तिपीठ हाईवे बनाने के लिए पैसे हैं, लेकिन किसानों को देने के लिए पैसे नहीं हैं - हर्षवर्धन सपकाल
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भारी बारिश और बाढ़ से राज्य में हालात बेहद खराब हो गए हैं, खरीफ का मौसम पूरी तरह बर्बाद हो गया है। किसानों को भारी नुकसान हुआ है, लेकिन एक भी प्रशासनिक अधिकारी मुआयना करने नहीं आया है। दशहरा और दिवाली का त्योहार नज़दीक आ रहा है, मुख्यमंत्री सिर्फ़ आँकड़े पेश कर रहे हैं, कोई ठोस फ़ैसला नहीं ले रहे हैं। हालाँकि यह साफ़ है कि सूखा पड़ा है, फिर भी सरकार इस पर आँखें मूंदे बैठी है। सरकार पूछ रही है कि पैसा कहाँ से लाएँ, लेकिन दशहरा से पहले प्रभावित किसानों के खातों में 50,000 रुपये प्रति हेक्टेयर मुआवज़ा जमा होना चाहिए। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने भी आलोचना की है कि सरकार के पास विधायकों को तोड़कर शक्तिपीठ हाईवे बनाने के लिए पैसे हैं, लेकिन किसानों को देने के लिए पैसे नहीं हैं। अकोला : शर्मनाक घटना; बगल में सो रही थी मां, पड़ोसी घर में घुसकर बेटी से करता रहा दरिंदगी
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महाराष्ट्र के अकोला जिले से एक और सनसनीखेज मामला सामने आया है। कुछ ही दिन पहले गणेश विसर्जन के दिन 6 सितंबर को नाबालिग लड़की के साथ हुए अत्याचार की घटना से जिला दहल उठा था। उस समय सामाजिक संगठन, राजनीतिक दल और नागरिकों ने मोर्चा निकालकर पकड़े गए आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। यह मामला अभी ताजा ही था कि अकोला शहर के बड़ी उमरी इलाके में एक और भयावह घटना घट गई। 