मुंबई : एयरपोर्ट की तर्ज पर बनाया गया मुंबई सेंट्रल स्टेशन पर डिजिटल लाउंज शुरू
Mumbai: A digital lounge, designed on the lines of an airport lounge, has been launched at Mumbai Central station.
पश्चिम रेलवे के स्टेशन पर पहली बार डिजिटल लाउंज शुरू किया गया है। यह डिजिटल लाउंज पश्चिम रेलवे के मुंबई सेंट्रल स्टेशन पर शुरू किया गया है, जहां यात्री आराम से अपने दफ्तर और कॉलेज का काम कर सकते है। यह लाउंज 1712 स्क्वायर फीट में बनाया गया है। इसे एयरपोर्ट की तर्ज पर बनाया गया है। इस प्रोजेक्ट से पांच साल के समय में पश्चिम रेलवे नॉन-फेयर रेवेन्यू के तहत 3.20 करोड़ रुपये अर्जित करेगी।
मुंबई : पश्चिम रेलवे के स्टेशन पर पहली बार डिजिटल लाउंज शुरू किया गया है। यह डिजिटल लाउंज पश्चिम रेलवे के मुंबई सेंट्रल स्टेशन पर शुरू किया गया है, जहां यात्री आराम से अपने दफ्तर और कॉलेज का काम कर सकते है। यह लाउंज 1712 स्क्वायर फीट में बनाया गया है। इसे एयरपोर्ट की तर्ज पर बनाया गया है। इस प्रोजेक्ट से पांच साल के समय में पश्चिम रेलवे नॉन-फेयर रेवेन्यू के तहत 3.20 करोड़ रुपये अर्जित करेगी। इस नई पहल का मकसद बिज़नेस ट्रैवल्स, प्रोफेशनल्स और दूर से काम करने वालों की जरूरतों को पूरा करना है, ताकि उन्हें स्टेशन परिसर के अंदर काम, मीटिंग और कनेक्टिविटी के लिए सुरक्षित, आरामदायक और टेक-इनेबल्ड माहौल मिल सके। यह रेलवे का भी पहला डिजिटल लाउंज है।
डिजिटल लाउंज और को-वर्किंग स्पेस में मिलने वाली सुविधा
हाई-स्पीड Wi-Fi और कई चार्जिंग पॉइंट
कुर्सियां, टेबल और सोफा के साथ आरामदायक बैठने की व्यवस्था
प्राइवेट चर्चाओं के लिए खास कॉन्फ्रेंस और मीटिंग रूम
मीटिंग और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए फ्लेक्सिबल जगह
सेल्फ-सर्विस हल्के रिफ्रेशमेंट और नॉन-अल्कोहलिक ड्रिंक्स
व्यक्तिगत प्रोडक्टिविटी के लिए मॉड्यूलर वर्कस्टेशन
अपग्रेडेड टॉयलेट और वॉशरूम सुविधाएं
सिर्फ यात्री ही नहीं, बाहरी भी ले सकते हैं फ़ायदा
अधिकारी ने बताया कि यह सुविधा सिर्फ यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए ही नहीं, बल्कि बाहरी लोगों के लिए भी उपलब्ध होगी। जहां वर्क फ्रॉम होम करने वाले लोग भी अपना काम करने के लिए आ सकते है। साथ ही कॉलेज के विद्यार्थी भी आकर अपना काम कर सकते है। बता दें कि मुंबई में ऐसे कई वर्किंग प्रोफेशनल और फ्रीलांसर है, जो वर्क फ्रॉम होम करते है, लेकिन घर में कंफर्ट नहीं होने की वजह से वे पास के किसी होटल या कैफ़े में जाकर अपना काम करते है। इसलिए पश्चिम रेलवे का मानना है कि आने वाले समय में लोग उनके द्वारा स्थापित किये जाने वाले डिजिटल लाउंज का भी इस्तेमाल कर सकते है.।
लाउंज से रेलवे को होगी कमाई
वर्तमान में रेलवे स्टेशनों पर वेटिंग रूम में यात्री, बैठ सकते है और ट्रेन का इंतजार कर सकते है। साथ ही एग्जीक्यूटिव लाउंज में ज्यादा पैसे देकर वे आराम कर सकते है, लेकिन वहां वे आराम से अपने दफ्तर का काम नहीं कर पाते है। इस लाउंज से पश्चिम रेलवे का मुंबई डिवीजन हर साल करीब 50 लाख रुपये का राजस्व भी प्राप्त करेगा। इस
लाउंज का लाभ वर्किंग प्रोफेशनल, विद्यार्थी, फ्रीलांसर
और वर्क फ्रॉम होम वाले यात्री उठा सकेंगे। डिजिटल लाउंज में प्रीमियम ब्रांड (टेन 11 हॉस्पिटैलिटी के INEJ लाउंज के प्रोफेशनल इसका ऑपरेशन करेंगे) देखने मिलेंगे, जो रेलवे इकोसिस्टम में प्रोफेशनल हॉस्पिटैलिटी ऑपरेशन और मॉडर्न सर्विस स्टैंडर्ड स्थापित करेगा।

