मुंबई : नौकरी दिलाने का झांसा देकर 38 युवकों और युवतियों से साइबर ठगी; 11 आरोपी गिरफ्तार
Mumbai: 38 young men and women were cyber-cheated on the pretext of getting them jobs; 11 accused arrested
टेक्सटाइल कंपनी में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 38 युवकों और युवतियों से साइबर ठगी करने के आरआरएमवी कंपनी (टेक्सटाइल) के सीएमडी समेत 11 आरोपियों को सारनाथ और साइबर क्राइम थाने की टीम ने पहड़िया के कृष्णा नगर कॉलोनी से गिरफ्तार किया। आरोपियों के कब्जे से 22 फर्जी डिजिटल नियुक्ति पत्र, 19 रूम मैनेजमेंट फॉर्म व 10 मोबाइल फोन मिले। कोर्ट ने आरोपियों को जेल भेज दिया है।
मुंबई : टेक्सटाइल कंपनी में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 38 युवकों और युवतियों से साइबर ठगी करने के आरआरएमवी कंपनी (टेक्सटाइल) के सीएमडी समेत 11 आरोपियों को सारनाथ और साइबर क्राइम थाने की टीम ने पहड़िया के कृष्णा नगर कॉलोनी से गिरफ्तार किया। आरोपियों के कब्जे से 22 फर्जी डिजिटल नियुक्ति पत्र, 19 रूम मैनेजमेंट फॉर्म व 10 मोबाइल फोन मिले। कोर्ट ने आरोपियों को जेल भेज दिया है। आरोपियों में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों, बिहार, झारखंड और महाराष्ट्र के रहने वाले हैं। पीड़ितों से पूछताछ करके ठगी की रकम का पता लगाया जा रहा है।
पुलिस लाइन सभागार में एडीसीपी वरुणा नीतू कात्यायन ने बताया कि आरोपियों में बिहार भभुआ कैमूर के कर्मापुर निवासी और कंपनी का सीएमडी रविप्रकाश, सुल्तानपुर के पूरे मिताई अहमद निवासी अमन वर्मा, प्रयागराज के होलागढ़ कस्तूरीपुर निवासी अनुराग, प्रयागराज करछना घरवारा निवासी प्रदीप कुमार, बिहार के मुजफ्फरपुर के करजा निवासी अनीस तिवारी, मुंबई ठाणे के कल्याण वेस्ट चिकन घर निवासी आलोक श्रीवास्तव, भदोही के सूर्यामा निवासी राजू शुक्ला, बिहार के वैशाली महुआ निवासी विकास कुमार, झारखंड धनबाद के कतरासगढ़ निवासी सुहेल शेख, प्रतापगढ़ के लालगंज सरदार केपुरवा निवासी मो. अय्यूब और गोरखपुर के गगहा थाना क्षेत्र के नरेंबुजुर्ग निवासी आकाश चंद्र हैं।
फर्जी नियुक्ति पत्र भेजे जाते थे
एडीसीपी ने बताया कि मऊ के कोपागंज के इंदारा अहीरपुरा निवासी अमरेश यादव ने सारनाथ थाने में केस दर्ज कराया था। आरोप था कि कि टेक्सटाइल कंपनी में नौकरी का झांसा देकर धन उगाही की जा रही है। आरआरएमवी इंस्टीट्यूट की ओर से जॉब ऑफर देकर 10 हजार नकद, ठहरने के नाम पर 2830 रुपये और फर्जी नियुक्ति देकर युवक और युवतियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसके बाद रविवार शाम सारनाथ थाना प्रभारी शिवानंद सिसौदिया और उनकी टीम, साइबर क्राइम प्रभारी मनोज कुमार तिवारी की टीम ने पहड़िया के कृष्णानगर कॉलोनी के मकान में छापा मारा। इंस्टीट्यूट में 50 लोग मिले। युवक और युवतियों ने पुलिस को बताया कि नौकरी के नाम पर आरआरएमवी की ओर से फर्जी नियुक्ति पत्र भेजा जाता है।
ब्रांच पर बुलाकर पैसे ऐंठते हैं। 2850 रुपये ठहरने और खाने के लिए लेते हैं। बाकी के पैसे कपड़े बेचने के नाम पर वसूला जाता है। क्लास शुरू करने पर पता चला कि नेटवर्किंग की तरह दो लोगों को जोड़कर चेन बनाना है। आरआरएमवी के कपड़े बेचने पर कमीशन का प्रलोभन दिया जाता है।

