मुंबई : कोरेक्स तस्कर की 2 करोड़ 2 लाख की अचल संपत्ति फ्रीज
Mumbai: Corex smuggler's immovable property worth Rs 2 crore 2 lakh freezed
रीवा पुलिस ने बड़ी कारर्वाई करते हुए विंध्य के सबसे बड़े कोरेक्स तस्कर की 2 करोड़ 2 लाख की अचल संपत्ति फ्रीज कर ली है. यह कार्रवाई सफेमा कोर्ट के आदेश पर की गई है. मुंबई के सफेमा कोर्ट के आदेश के बाद विजय साहू इर्फ बुच्ची द्वारा नशे के कारोबार से अर्जित रीवा और कटनी स्थित संपत्ति को फ्रीज करने का यह इस इलाके का पहला मामला है.
मुंबई : रीवा पुलिस ने बड़ी कारर्वाई करते हुए विंध्य के सबसे बड़े कोरेक्स तस्कर की 2 करोड़ 2 लाख की अचल संपत्ति फ्रीज कर ली है. यह कार्रवाई सफेमा कोर्ट के आदेश पर की गई है. मुंबई के सफेमा कोर्ट के आदेश के बाद विजय साहू इर्फ बुच्ची द्वारा नशे के कारोबार से अर्जित रीवा और कटनी स्थित संपत्ति को फ्रीज करने का यह इस इलाके का पहला मामला है.
विजय साहू इस इलाके का सबसे बड़ा कोरेक्स तस्कर माना जाता है. वर्त्तमान समय में रीवा कोरेक्स तस्करी का देश में सबसे बड़े हब के रूप में पहचान बना रहा है. वहीं, दूसरी ओर पुलिस भी तेजी से कार्रवाई करते हुए ऐसे तस्करों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है.इस कार्रवाई को कुछ इसी नजर से देखा जा रहा है.
20 साल से कर रहा था कारोबार
सीएसपी डॉक्टर रितु उपाध्याय ने बताया कि लगभग 20 साल पहले से नशे का कारोबार करने वाले विजय साहू उर्फफ़ बुच्ची के खिलाफ रीवा जिले में नशे की तस्करी से संबंधित लगभग 17 अपराध दर्ज हैं. वर्ष 2007 से 2025 तक विंध्य में ड्रग माफिया के रूप में अपनी पहचान बना चुके विजय साहू ने रीवा और कटनी शहर के विभिन्न स्थानों पर नशे के कारोबार से अर्जित की हुई कमाई से लाखों करोड़ों की संपत्ति बनाई थी, जिनकी बाजार में कीमत करोड़ों रुपये है. यह उसके, उसकी पत्नी और साले के नाम रजिस्टर्ड है. इन्हें अब फ्रीज कर लिया गय है.
पुलिस ने कुछ दिन पहले ही उसको गिरफ्तार किया था. आमतौर पर इस इलाके में ड्रग तस्करी के मामले कम ही आते हैं, जिसके चलते मामले को मुंबई के सफेमा कोर्ट में भेजा गया था. वहां से अनुमति मिलने के बाद विजय साहू उर्फ बुच्ची की संपत्ति को सील किया गया है.
गलत काम का गलत नतीजा
सीएसपी रीवा डॉक्टर रितु उपाध्याय ने बताया कि यह उन लोगों के लिए सबक है, जो पैसे के लालच में ड्रग तस्करी के काम में लगे रहते हैं. उनको इस बात से सबक लेना चाहिए, गलत काम का नतीजा हमेशा गलत होता है. ड्रग तस्कर इस मामले से सीख लेंगे और अवैध नशे के कारोबार को छोड़ देंगे.

