हिमाचल : मूसलाधार बारिश और लैंडस्लाइड का खतरा... मानसूनी सीजन में पहाड़ों पर जाने से पहले पढ़ें ये खास रिपोर्ट
Himachal: Threat of torrential rain and landslides... Read this special report before going to the mountains in the monsoon season
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हिमाचल प्रदेश में मूसलाधार बारिश से तबाही मची हुई है। पहाड़ टूटने और बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। शिमला सिकासेरी गांव में आधी रात बादल फटने से भारी तबाही हुई है। एक मकान का हिस्सा बह गया तो किसानों के खेत और सेब के बगीचों को भी नुकसान हुआ है।
हिमाचल : मॉनसून की एंट्री ने पहाड़ों को हिलाकर रख दिया है। मैदानी इलाकों को डुबो दिया है। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में आधी रात को बादल फट गया। उत्तराखंड के उत्तरकाशी में भी बादल फटने से भारी तबाही हुई है। मौसम विभाग ने 31 राज्यों-केंद्र शासित प्रदेशों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। ऐसे में अगर आप पहाड़ों में घूमने जाने का प्लान बना रहे हैं तो पहले से ही सचेत हो जाएं।
हिमाचल प्रदेश में मूसलाधार बारिश से तबाही मची हुई है। पहाड़ टूटने और बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। शिमला सिकासेरी गांव में आधी रात बादल फटने से भारी तबाही हुई है। एक मकान का हिस्सा बह गया तो किसानों के खेत और सेब के बगीचों को भी नुकसान हुआ है।
उधर, शिमला के भट्टाकुफर इलाके में सोमवार सुबह एक 5 मंजिला मकान ढह गया। ये मकान काफी वक्त से खाली और जर्जर हालत में था। गनीमत ये रही कि जिस वक्त ये मकान गिरा। उस वक्त घर के आसपास कोई मौजूद नहीं था। ये भवन फोरलेन निर्माण कार्य की वजह से पहले ही खाली कर लिया गया था।
मंडी में लगातार हो रही बारिश पर्यटकों के साथ आम लोगों के लिए भी मुसीबत लेकर आई है। जगह-जगह लैंडस्लाइड हुई है। सड़क बंद होने से लोग टनल में रुकने को मजबूर हैं। हिमाचल प्रदेश के सोलन में लैंड स्लाइड हुई है। मलबे की चपेट में आने से वाहन बाल-बाल बच गए।
मौसम विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए कहा, ' अगले एक-दो दिन कांगड़ा, मंडी, सोलन और सिरमौर जिलों में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर और शिमला जिलों में अलग-अलग स्थानों पर तथा कुल्लू और चंबा जिलों में अलग-अलग स्थानों पर बारिश और लैंडस्लाइड का भी खतरा है।
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में भारी बारिश के बीच एक गाड़ी नदी में गिर गई। ड्राइवर किसी तरह बाहर निकल कर गाड़ी की छत पर चढ़ गया। लेकिन उफनती नदी और तेज बहाव की वजह से वो पानी से बाहर नहीं निकल पाया। घंटों तक वो पानी के प्रचंड प्रहार को झेलता रहा। काफी देर बाद वहां पहुंचे स्थानीय लोगों ने रस्सी के सहारे किसी तरह उसे रेस्क्यू किया।
पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश की वजह से जगह-जगह लोग फंस गए हैं। पौड़ी में सड़क पर ही सैलाब बह रहा है। पानी की धारा इतनी तेज है कि उसे पार कर पाना नामुमिकन है। उत्तराखंड में लगातार बारिश और उत्तरकाशी में बादल फटने की घटनाओं के बाद हर जिले का प्रशासन अलर्ट मोड पर है।
उत्तराखंड के ऋषिकेश में त्रिवेणी घाट पर फ्लड मॉकड्रिल की गई है। SDRF, जल पुलिस मॉकड्रिल में शामिल हुए। SDRF ने एनाउंसमेट कर लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। उत्तरकाशी में बादल बिल्कुल पहाड़ों पर आए हुए हैं। ऊपर तेज बरसात का पानी तेज बहाव के साथ नीचे जा रहा है, जिस वजह से ऋषिकेश और हरिद्वार में पानी का स्तर बढ़ गया है।
वहीं, गंगोत्री यमनोत्री रूट पर बारिश और बादल फटने से काफी नुकसान हुआ है। रास्ते में जगह-जगह लैंडस्लाइड पूरे पहाड़ सड़क पर गिरे हुए हैं। इतना ही रास्ता बचा है, जिससे एक ही गाड़ी एक बार में आगे जा सकती है।
उत्तराखंड के चंपावत में NH-74 पर वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई है। लगातार हो रही बारिश के चलते वाहनों को रोका गया है। बनबसा शारदा बैराज पर रेड अलर्ट जारी है। क्योंकि भारी बारिश के बाद शारदा नदी उफान पर है।