कोस्टल रोड का काम लगभग 72 प्रतिशत काम हुआ पूरा...

About 72 percent of the work on the Coastal Road has been completed.

कोस्टल रोड का काम लगभग 72 प्रतिशत काम हुआ पूरा...

कोस्टल रोड के  मुख्य अभियंता मंतैया स्वामी ने बताया  कि इस परियोजना का  72 प्रतिशत काम  पूरा हो चुका है. उन्होंने बताया कि टनल खोदने के लिए उपयोग की जा रही बोरिंग मशीन में खराबी आ जाने के कारण करीब 3 महीने काम बंद रहा. टीबीएम मशीन का एक पार्ट टूट गया था जिसे बनाने के लिए परत इटली से लाना पड़ा जिसे मंगाने में देरी हुई जिसके चलते काम रुका रहा।  पार्ट अब आ गया है और बोगदा की खुदाई का काम अब अप्रैल में पूरा हो जायेगा।

मुंबई: ट्रैफिक की मुंबई शहर में होने वाली समस्या को दूर करने के लिए बनाए जा रहे कोस्टल रोड का काम लगभग 72 प्रतिशत पूरा हो चुका है।  बकाया 28 प्रतिशत का काम पूरा करने के लिए मनपा को युद्ध स्तर पर काम करना होगा तभी जाकर निश्चित अवधि नवंबर तक काम पूरा हो पायेगा। कोस्टल रोड निर्माण में बन रहे टनल की खुदाई के लिए विदेश से लाई गई मशीन में खराबी आने के कारण मार्च में खत्म होने वाला दुसरे टनल का काम अब अप्रैल में पूरा होगा जिसके चलते काम में थोड़ा देरी होने की आशंका जताई जा रही है। बता दे कि मरीन लाइन्स प्रिंसेस स्ट्रीट से बांद्रा वर्ली सी लिंक तक बन रहे कोस्टल रोड की दूरी  10.58 किमी है।

कोस्टल रोड के निर्माण का काम पूरा हो जाने के बाद पश्चिम उपनगर आना जाना आसान हो जायेगा।  कोस्टल रोड का काम  नवंबर 2023 तक पूरा करना है इसके लिए काम को पूरा करने के लिए युद्ध स्तर तीन शिफ्ट में काम किया जा रहा है।कोस्टल रोड के निर्माण में 2.070 किमी की दो सुरंगें हैं और 3 स्थानों पर इंटरचेंज हैं।  कोस्टल रोड के निर्माण में 111 हेक्टेयर भूमि पर   रिक्लेमेशन  किया गया है। कोस्टल रोड के निर्माण हो जाने के बाद लोगो के  34 प्रतिशत ईंधन की बचत होगी। इतना ही नहीं  कोस्टल रोड पर  ओपन ग्रीन स्पेस, बटरफ्लाई गार्डन और 1 हजार 856 कारों को खड़ी  करने की क्षमता वाले 4 पार्किंग स्थल मिलेगें बनाए जाएंगे।

कोस्टल रोड के  मुख्य अभियंता मंतैया स्वामी ने बताया  कि इस परियोजना का  72 प्रतिशत काम  पूरा हो चुका है. उन्होंने बताया कि टनल खोदने के लिए उपयोग की जा रही बोरिंग मशीन में खराबी आ जाने के कारण करीब 3 महीने काम बंद रहा. टीबीएम मशीन का एक पार्ट टूट गया था जिसे बनाने के लिए परत इटली से लाना पड़ा जिसे मंगाने में देरी हुई जिसके चलते काम रुका रहा।  पार्ट अब आ गया है और बोगदा की खुदाई का काम अब अप्रैल में पूरा हो जायेगा। मनपा के एक अधिकारी ने बताया कि कोस्टल रोड का काम नवंबर 2023 में पूरा होना मुश्किल लग रहा है। क्योंकि किसी प्रोजेक्ट का काम पूरा होने के बाद भी सरफेसिंग, क्लीनिंग, लाइटिंग, फिनिसिंग, सेफ्टी टेस्टिंग जैसे काम रहते हैं।

इसलिए कोस्टल रोड वर्ष 2024 के शुरुआती महीने में ही आवागमन के लिए खुलने की उम्मीद है।  कोस्टल रोड के किनारे लगभग 75 लाख वर्ग फुट में गार्डन, जॉगिंग ट्रैक , ओपन थिएटर, 3 भूमिगत पार्किंग और टॉयलेट व अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। बीएमसी कोस्टल रोड के पास 3 भूमिगत पार्किंग बनाएगी। जिसमें से एक महालक्ष्मी मंदिर और हाजी अली दरगाह के पास, दूसरी अमर संस गार्डन और तीसरी वर्ली डेयरी और वर्ली सी फेस के पास बनाई जाएगी। कोस्टल रोड प्रोजेक्ट में दो टनल हैं और एक टनल का काम जनवरी में पूरा हो चुका है जबकि दूसरी टनल का काम पिछले कुछ दिनों से बंद है. टनल बोरिंग मशीन खराब होने से काम ठप पड़ा था, अब अप्रैल के पहले सप्ताह में काम पूरा हो जाएगा। 

Today's E Newspaper

Join Us on Social Media

Download Free Mobile App

Download Android App

Follow us on Google News

Google News

Rokthok Lekhani Epaper

Post Comment

Comment List

Advertisement

Sabri Human Welfare Foundation

Join Us on Social Media

Latest News

पालघर में झगड़े के बाद पत्नी की हत्या... मजदूर पति गिरफ्तार पालघर में झगड़े के बाद पत्नी की हत्या... मजदूर पति गिरफ्तार
पालघर में झगड़े के बाद अपनी पत्नी की हत्या करने के आरोप में पुलिस ने 44 वर्षीय एक ईंट भट्ठा...
मुंबई में 22000 झोपड़ों पर है पहाड़ी खिसकने का खतरा... इन झोपड़ों में रहते हैं 1 लाख लोग
वसई-विरार में अघोषित पानी कटौती... गर्मी की मार के साथ पानी कटौती ने वसईकर की बढ़ा दी समस्या
मनपा आयुक्त भूषण गगरानी का अधिकारियों को निर्देश... लोगों से बढ़ाएं संपर्क
भिवंडी में ज़मीन विवाद के कारण चचेरे भाईयों में मारपीट... 5 नामजद के खिलाफ केस दर्ज
कल्याण-डोंबिवली में लोकसभा चुनाव के चलते 300 लीटर देशी-विदेशी शराब की गई जब्त !
ऐरोली खाड़ी में मरी हुई मछलियों का ढेर... मछुआरों के सामने भुखमरी की नौबत 

Advertisement

Sabri Human Welfare Foundation

Join Us on Social Media