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Read More... नई दिल्ली : पाकिस्तानी हैंडलर्स से टेलीग्राम पर मिली जानकारी से बम बनाने की तकनीकें आजमाता था डॉ. उमर
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By Online Desk
राजधानी दिल्ली के लाल किले के पास हुए ब्लास्ट में नई-नई जानकारी सामने आ रही है। 10 नवंबर को हुए इस धमाके में डॉ. उमर नबी का हाथ था। जांच में पता चला है कि उसने अल-फलाह यूनिवर्सिटी के पास अपने घर पर एक लैब बनाई थी। जहां पर वह अपने पाकिस्तानी हैंडलर्स से टेलीग्राम पर मिली जानकारी से बम बनाने की तकनीकें आजमाता था। जांच से जुडे सूत्रों ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि लाल किले में इस्तेमाल हुआ इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस संभवतः इसी घर की लैब में बनाया गया था। मुंबई के फ्लाइट इन्फॉर्मेशन रीजन के जीपीएस में रुकावट को लेकर नोटम जारी कि
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दुनिया भर में इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर की बाढ़ सी आई हुई है. हथियारों-मिसाइलों के इस्तेमाल के साथ-साथ इलेक्टॉनिक वेपन भी अपना दमखम दिखा रहे हैं. जिसको लेकर भारत भी तैयारी में जुट चुका है. इसी कड़ी में मुंबई के फ्लाइट इन्फॉर्मेशन रीजन के जीपीएस में रुकावट को लेकर नोटम जारी किया गया है. आईडीआरडब्ल्यू की रिपोर्ट के मुताबिक, यह एक बड़ा संकेत है कि भारत की हवाई सीमाओं के पास इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वारफेयर यानी साइबर और इलेक्ट्रॉनिक जंग की शुरुआत हो चुकी है. मुंबई : 'नमो पर्यटन सूचना एवं सुविधा केंद्र' नरेंद्र मोदी को खुश करने के लिए एक हथकंडा - राज ठाकरे
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मनसे प्रमुख राज ठाकरे का दावा है कि चार मराठा किलों पर स्थापित किए जाने वाले 'नमो पर्यटन सूचना एवं सुविधा केंद्र' उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुश करने के लिए एक हथकंडा है। उनका दावा है कि शिवसेना के एक मंत्री के नेतृत्व वाले राज्य पर्यटन विभाग द्वारा शुरू किए गए इन केंद्रों की स्थापना का उद्देश्य मोदी को खुश करना था ताकि शिवसेना प्रमुख शिंदे, जो खुद भी मुख्यमंत्री पद हासिल कर सकें, फिर से मुख्यमंत्री पद हासिल कर सकें। आईटीआर फाइलिंग में कम आय दिखाई या गलत जानकारी दी तो टूट सकती है आफत! मिल सकता है नोटिस, जानिए पूरी डिटेल
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इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करना हर टैक्सपेयर की जिम्मेदारी है. लेकिन कई बार लापरवाही या जानकारी की कमी की वजह से लोग अपनी आय कम दिखा देते हैं या फिर गलत जानकारी भर देते हैं ऐसा करना टैक्स चोरी के दायरे में आ सकता है और इसके गंभीर नतीजे भुगतने पड़ सकते हैं. टैक्स एक्सपर्ट्स के मुताबिक, यह सिर्फ़ कानूनी मसला नहीं बल्कि आपकी आर्थिक और सामाजिक साख पर भी असर डाल सकता है. 