नालासोपारा में ट्रैफिक पुलिसकर्मी पर हमला... पिता-पुत्र सहित तीन गिरफ्तार
Attack on traffic policeman in Nalasopara... Three arrested including father and son
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नालासोपारा में ट्रैफिक पुलिसकर्मी द्वारा वाहन चालक से लाइसेंस और दस्तावेजों की मांग करना भारी पड़ गया। युवक ने गुस्से में आकर अपने पिता को मौके पर बुलाया और दोनों ने मिलकर ट्रैफिक पुलिसकर्मियों से मारपीट कर दी। इस घटना में एक तीसरे व्यक्ति के शामिल होने की भी पुष्टि हुई है। घटना सुबह लगभग 10 बजे की है, जब नालासोपारा (पूर्व) के नगीनदासपाड़ा क्षेत्र में ट्रैफिक नियंत्रण का कार्य कर रहे पुलिस हवलदार हनुमंत सांगले और सिपाही शेषनारायण आठरे ने एक दोपहिया वाहन चालक को रोका।
नालासोपारा : नालासोपारा में ट्रैफिक पुलिसकर्मी द्वारा वाहन चालक से लाइसेंस और दस्तावेजों की मांग करना भारी पड़ गया। युवक ने गुस्से में आकर अपने पिता को मौके पर बुलाया और दोनों ने मिलकर ट्रैफिक पुलिसकर्मियों से मारपीट कर दी। इस घटना में एक तीसरे व्यक्ति के शामिल होने की भी पुष्टि हुई है। घटना सुबह लगभग 10 बजे की है, जब नालासोपारा (पूर्व) के नगीनदासपाड़ा क्षेत्र में ट्रैफिक नियंत्रण का कार्य कर रहे पुलिस हवलदार हनुमंत सांगले और सिपाही शेषनारायण आठरे ने एक दोपहिया वाहन चालक को रोका।
वाहन चालक बिना हेलमेट और नंबर प्लेट के गाड़ी चला रहा था। पुलिस ने जब उससे लाइसेंस और अन्य दस्तावेज मांगे तो उसने विरोध करना शुरू कर दिया। देखते ही देखते युवक ने अपने पिता को मौके पर बुलाया और तीसरे व्यक्ति के साथ मिलकर पुलिसकर्मियों के साथ धक्का-मुक्की और लात-घूंसों से मारपीट शुरू कर दी। मारपीट का यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें आरोपियों की पुलिसकर्मियों से की गई हिंसा साफ देखी जा सकती है। पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, तीनों आरोपी नालासोपारा के निवासी हैं।
आरोपी पिता मुंबई महानगरपालिका (BMC) में मार्शल के पद पर कार्यरत है। तूलिंज पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों को बुधवार को अदालत में पेश किया जाएगा। इस मामले में वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक विजय जाधव ने कहा कि यह घटना बेहद गंभीर है। तूलिंज पुलिस ने न केवल आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है, बल्कि मुंबई बीएमसी को भी इस मामले में पत्र भेजने की तैयारी कर रही है, पुलिस पर हमला करने जैसे मामलों को देखते हुए यह घटना पुलिस बल की सुरक्षा और अधिकारों को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े करती है।