अमरावती: हादसे का बहाना-कातिलाना हमला, अमरावती में पुलिसकर्मी की 15 बार चाकू घोंपकर हत्या
Amravati: Accident pretended to be a murderous attack, policeman stabbed 15 times and killed in Amravati

अमरावती में कानून की रखवाली करने वाले एक पुलिस अफसर की ऐसी निर्मम हत्या हुई जिसने पूरे शहर को दहला दिया। वलगांव थाने में तैनात सहायक पुलिस उपनिरीक्षक (एएसआई) अब्दुल कलाम अब्दुल कदीर को मौत के घाट उतारने के लिए कातिलों ने सड़क हादसे का पूरा नाटक रचा। पहले कार से जोरदार टक्कर मारी, फिर जमीन पर गिरते ही उन पर धारदार हथियार से कहर बरपाया।
अमरावती: अमरावती में कानून की रखवाली करने वाले एक पुलिस अफसर की ऐसी निर्मम हत्या हुई जिसने पूरे शहर को दहला दिया। वलगांव थाने में तैनात सहायक पुलिस उपनिरीक्षक (एएसआई) अब्दुल कलाम अब्दुल कदीर को मौत के घाट उतारने के लिए कातिलों ने सड़क हादसे का पूरा नाटक रचा। पहले कार से जोरदार टक्कर मारी, फिर जमीन पर गिरते ही उन पर धारदार हथियार से कहर बरपाया। पेट और पीठ पर ताबड़तोड़ 15 वार किए। हैवानियत की हद तब पार हुई जब हमलावरों ने उन्हें कार के नीचे कुचलने की कोशिश की, जिससे उनका एक पैर घुटने से अलग हो गया।
जानकारी के मुताबिक 54 वर्षीय एएसआई अब्दुल कलाम शनिवार शाम अपनी मोपेड (एमएच 27 डीवी 6142) से ड्यूटी पर जा रहे थे। लेकिन कातिल पहले से घात लगाए बैठे थे। जैसे ही वह चांगापुर फाटे के पास पहुंचे, सामने से आ रही अल्टो कार (एमएच 34 बीआर 6653) ने जोरदार टक्कर मारी। कलाम सड़क पर गिरते ही हमलावर कार से उतरे और धारदार हथियार से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। उनके पेट और पीठ पर कई वार किए गए। हैवानियत की हद तो तब पार हुई जब हमलावरों ने उन्हें कार से कुचलने की भी कोशिश की। हमले में उनका एक पैर घुटने से अलग हो गया।
खुशी का दिन मातम में बदल गया
एएसआई अब्दुल कलाम को एक ईमानदार और मिलनसार अफसर माना जाता था। दो साल बाद ही वह रिटायर होने वाले थे। सबसे दर्दनाक बात यह रही कि उसी दिन उनकी बेटी तहरीन फातिमा के डॉक्टर बनने का रिजल्ट आया था। सुबह उन्होंने मिठाई बांटकर परिवार के साथ जश्न मनाया था। लेकिन चंद घंटों में यह खुशी मातम में बदल गई। परिवार पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा।