महाराष्ट्र के अहमदनगर में शक के चलते पति ने पत्नी और दो नाबालिग बेटियों को जिंदा जलाकर मार डाला

Due to suspicion, husband burnt his wife and two minor daughters alive in Ahmednagar, Maharashtra.

महाराष्ट्र के अहमदनगर में शक के चलते पति ने पत्नी और दो नाबालिग बेटियों को जिंदा जलाकर मार डाला

सहायक निरीक्षक प्रल्हाद गीते ने कहा, "सुबह 10.30 बजे, सुनील लांडगे ने अपने घर को बाहर से बंद कर दिया और खिड़की से पेट्रोल डाला. फिर उसने घर में आग लगा दी." अधिकारी ने कहा, "जब तक पड़ोसियों ने अंदर फंसी महिला और बच्चों की चीखें सुनीं, तब तक घर आग की लपटों में घिर चुका था." सुनील ने भागने की कोशिश नहीं की और पुलिस के आने तक वहीं रुका रहा. सुनील के तीन अन्य बच्चे हैं जिसमें दो बेटियां और एक बेटा अपने घर से लगभग 100 मीटर दूर अपने बड़े भाई और मां के साथ रहते हैं.

महाराष्ट्र : महाराष्ट्र में अहमदनगर से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है. सोमवार सुबह अहमदनगर के एक गांव में 45 वर्षीय किसान ने अपनी पत्नी और दो बेटियों को जिंदा जलाकर मौत के घाट उतार दिया. युवक ने अपनी एक 14 वर्षीय और एक छोटी बेटी को घर में बंदकर आग लगाकर मार डाला.

पुलिस ने किसान को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने आरोपी की पहचान सुनील लांडगे के रूप में की है. यह घटना पिंपलगांव लांडगा गांव में घटी. पीड़ितों की पहचान उनकी पत्नी ललिता, जिसकी उम्र 35 साल, और उसके बच्चे साक्षी जिसकी उम्र 14 साल और खुशी जिसकी उम्र एक साल के रूप में की गई है.

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सहायक निरीक्षक प्रल्हाद गीते ने कहा, "सुबह 10.30 बजे, सुनील लांडगे ने अपने घर को बाहर से बंद कर दिया और खिड़की से पेट्रोल डाला. फिर उसने घर में आग लगा दी." अधिकारी ने कहा, "जब तक पड़ोसियों ने अंदर फंसी महिला और बच्चों की चीखें सुनीं, तब तक घर आग की लपटों में घिर चुका था." सुनील ने भागने की कोशिश नहीं की और पुलिस के आने तक वहीं रुका रहा. सुनील के तीन अन्य बच्चे हैं जिसमें दो बेटियां और एक बेटा अपने घर से लगभग 100 मीटर दूर अपने बड़े भाई और मां के साथ रहते हैं.

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गीते ने खुलासा किया कि ग्रामीणों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, अपराधी को अपनी पत्नी के चरित्र पर संदेह था और वह अक्सर उसके साथ दुर्व्यवहार करता था. शनिवार की रात सुनील और उसकी पत्नी के बीच तीखी नोकझोंक हुई थी. हताशा से अभिभूत होकर, उसने ललिता, साक्षी और ख़ुशी को घर के अंदर बंद कर दिया और अपने रिश्तेदारों के निवास पर शरण ली, जहाँ उसने उन्हें विवाद के बारे में बताया. अफसोस की बात है कि उनकी दलीलें अनसुनी कर दी गईं. सोमवार की सुबह, सुनील पेट्रोल के एक कनस्तर से लैस होकर लौटा और घर में आग लगा दी, जिससे दुखद रूप से तीनों पीड़ितों की जान चली गई.

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