अलग पार्टी बनाने की अफवाह पर सचिन पायलट ने लगाया विराम! कांग्रेस में ही रहेंगे....

Sachin Pilot put an end to the rumor of forming a separate party! Will remain in Congress only.

अलग पार्टी बनाने की अफवाह पर सचिन पायलट ने लगाया विराम! कांग्रेस में ही रहेंगे....

सचिन पायलट ने बताया कि वे अपने पिता राजेश पायलट की पुण्यतिथि पर दौसा में एक श्रद्धांजलि सभा कर रहे हैं. 11 जून 2000 को सचिन के पिता राजेश पायलट का निधन हो गया था.

सचिन पायलट को लेकर राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह की चर्चाएं हैं. कहीं कहा जा रहा है कि वे नई पार्टी बना रहे हैं. तो कुछ लोगों ने तो उनकी पार्टी का नाम भी तय कर दिया है- प्रगतिशील कांग्रेस. एक जगह तो ये तक बता दिया गया कि चुनाव आयोग में इसके लिए आवेदन भी हो चुका है. कुछ लोग कह रहे हैं कि सचिन पायलट 11 जून को नई पार्टी का औपचारिक रूप से एलान कर देंगे. जितने मुंह, उतनी ही बातें. एक सचिन पायलट और उनको लेकर तरह-तरह की कहानियां....Sachin Pilot put an end to the rumor of forming a separate party...

जबलपुर में मां शारदा देवी का दर्शन और पूजन करने के बाद सचिन पायलट अब दिल्ली में हैं. सचिन अभी किसी से मेल मुलाकात नहीं कर रहे हैं. लेकिन ये तय है कि सचिन पायलट कोई नई पार्टी नहीं बना रहे हैं. वे कांग्रेस में हैं और रहेंगे. वे अपनी पार्टी में ही रह कर संघर्ष करते रहेंगे. उनके करीबी लोगों की मानें तो नई पार्टी बनाने का उनका कोई इरादा नहीं है.

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खून में है कांग्रेस

उनका कहना है कि कांग्रेस तो उनके खून में है. सूत्रों से ये भी पता चला है कि 11 जून को सचिन पायलट जयपुर में कोई रैली नहीं कर रहे हैं. सचिन पायलट ने बताया कि वे अपने पिता राजेश पायलट की पुण्यतिथि पर दौसा में एक श्रद्धांजलि सभा कर रहे हैं. 11 जून 2000 को सचिन के पिता राजेश पायलट का निधन हो गया था.

विदेश के लिए रवाना होने से पहले राहुल गांधी ने सचिन पायलट और अशोक गहलोत को दिल्ली बुलाया था. दोनों नेताओं से अलग-अलग बात हुई थी. पिछले तीन सालों से सचिन और गहलोत खुलकर एक दूसरे के खिलाफ राजनीति कर रहे हैं. सचिन को लेकर गहलोत बहुत कुछ कह चुके हैं. उन्होंने तो राहुल से मुलाकात के बाद ये तक कह दिया था कि नए लोगों को धैर्य रखना चाहिए. समय पर सबको कुछ न कुछ मिलेगा....Sachin Pilot put an end to the rumor of forming a separate party...

इन तीन मुद्दों पर हुई बात

कहा जा रहा है कि राहुल से मुलाकात में सचिन के लिए तीन मुद्दे तय किए गए हैं. उन्हें कांग्रेस का राष्ट्रीय महासचिव बनाया जा सकता है. साथ ही उन्हें राजस्थान के कैंपेन कमिटी का संयोजक बनाया जा सकता है. तीसरी और उनकी आखिरी मांग ये है कि उनके समर्थकों को टिकट मिले. सचिन अब इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि उनकी इन तीन मांगों पर क्या फैसला होता है. तब तक के लिए गहलोत और सचिन दोनों को इस मसले पर कोई बयान न देने को कहा गया है....Sachin Pilot put an end to the rumor of forming a separate party...

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