मुंबई में फिर सड़कों पर दौड़ेंगी बंद की गईं 400 बीएस-6 बसें...आग लगने की घटनाओं के कारण बसों को किया गया था बंद
400 closed BS-6 buses will run on the roads again in Mumbai ... Buses were closed due to fire incidents
तीन बसों में यात्रा के दौरान ये दुर्घटनाएं होने के बाद प्रशासन ने सभी 400 बसों को सर्विस से हटाने का फैसला लिया। ये सभी नॉन एसी सीएनजी बसें थीं। बहरहाल, इन बसों के मैन्यूफैक्चरिंग डिफेक्ट को दूर कर दिया गया है, और सभी बसों को फिर से नियमित कर दिया। बेस्ट की सेवा से सभी 400 बसों को हटाए जाने के कारण मुंबई में कई रूट पर बसों की कमी देखी गई। यात्रियों को भारी परेशानी हुई। कंपनी ने 20 दिनों तक सभी 400 बसों का गहन परीक्षण किया और मैन्यूफैक्चरिंग डिफेक्ट को दूर करने के बाद दोबारा बेस्ट की सर्विस में शामिल कर लिया गया।
मुंबई: बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई ऐंड ट्रांसपोर्ट (बेस्ट) ने कुछ दिनों पहले कुछ बसों में आग लगने की घटनाओं के बाद कई बसों को ऑपरेशन से हटा दिया था। इसके कारण कई रूट पर बेस्ट की बसों में सफर करने वाले यात्रियों को परेशानी हो रही थी। शहर के महत्वपूर्ण हिस्सों को जोड़ने वाले कई रूट पर बसों की कमी का असर अन्य ट्रांसपोर्ट पर साफ देखा गया। बहरहाल, पिछले सप्ताह सभी बसों को नियमित कर दिया गया है और सोमवार से लोगों की परेशानी खत्म होने की उम्मीद है। लीज कॉन्ट्रैक्टर के जरिए भारत स्टेज-6 (बीएस6) मानक की 400 बसें खरीदी गई थीं। इन बसों में मैन्यूफैक्चरिंग डिफेक्ट होने के कारण आग लगने की घटनाएं हो रही थीं।
तीन बसों में यात्रा के दौरान ये दुर्घटनाएं होने के बाद प्रशासन ने सभी 400 बसों को सर्विस से हटाने का फैसला लिया। ये सभी नॉन एसी सीएनजी बसें थीं। बहरहाल, इन बसों के मैन्यूफैक्चरिंग डिफेक्ट को दूर कर दिया गया है, और सभी बसों को फिर से नियमित कर दिया। बेस्ट की सेवा से सभी 400 बसों को हटाए जाने के कारण मुंबई में कई रूट पर बसों की कमी देखी गई। यात्रियों को भारी परेशानी हुई। कंपनी ने 20 दिनों तक सभी 400 बसों का गहन परीक्षण किया और मैन्यूफैक्चरिंग डिफेक्ट को दूर करने के बाद दोबारा बेस्ट की सर्विस में शामिल कर लिया गया। सूत्रों के अनुसार, इंजन में कुछ पुर्जों को बदला गया है। एक अधिकारी ने बताया कि आग लगने की सभी घटनाएं बीएस-6 वाली बसों में हुई थीं। एक या डेढ़ साल पुरानी बसों में इंजन को बदलना पड़ा है। इन बसों में कई समस्याएं आ रही हैं।
हालांकि लगातार तकनीकी गड़बड़ी होने की शिकायतें मिल रही हैं। बेस्ट के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि रोजाना 10-15 बसों में गड़बड़ी होने के बाद उन्हें हटाना पड़ता है। अभी भी जिन 400 बसों का निरीक्षण हुआ है, उस कंपनी के इंजिनियर्स को बुलाया गया था। उनकी निगरानी में इंजन को बदला गया। कई पुर्जों को हवाई मार्ग से मंगवाया गया। निरीक्षण में पता चला कि गैस लीक हो रही थी और इंजन सामान्य से ज्यादा ही गरम हो रहा था। निरीक्षण के बाद सीएनजी ट्यूब्स को भी बदला गया है। ये सभी बसें वारंटी पीरियड में हैं। अंदेशा जताया जा रहा है कि इंजन के गरम होने और गैस सप्लाई वाले पाइप के सटे होने के कारण आग लगने की घटनाएं हो रही थीं। भारत सरकार ने अप्रैल 2020 से बीएस-6 मानकों पर आधारित वाहनों को ऑपरेट करने का नियम लागू किया है।
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