चेन्नई में विमान हादसा, भारतीय वायुसेना का ट्रेनर विमान क्रैश, पायलट ने समय रहते खुद को इजेक्ट किया
Indian Air Force trainer aircraft crashes in Chennai; pilot ejects in time
भारतीय वायुसेना का एक ट्रेनिंग विमान शुक्रवार दोपहर चेन्नई के पास थंडालम बाइपास से लगे उपल्लम इलाके में क्रैश हो गया. यह एक सिंगल सीटर ट्रेनर एयरक्राफ्ट था जो अपनी रोज की तरह की ट्रेनिंग फ्लाइट पर निकला था. हादसा करीब 2 बजकर 50 मिनट पर हुआ. जैसे ही पायलट को पता चला कि विमान संभालना मुश्किल हो रहा है, उसने तुरंत इजेक्ट किया और पैराशूट की मदद से नीचे आ गया.
चेन्नई : भारतीय वायुसेना का एक ट्रेनिंग विमान शुक्रवार दोपहर चेन्नई के पास थंडालम बाइपास से लगे उपल्लम इलाके में क्रैश हो गया. यह एक सिंगल सीटर ट्रेनर एयरक्राफ्ट था जो अपनी रोज की तरह की ट्रेनिंग फ्लाइट पर निकला था. हादसा करीब 2 बजकर 50 मिनट पर हुआ. जैसे ही पायलट को पता चला कि विमान संभालना मुश्किल हो रहा है, उसने तुरंत इजेक्ट किया और पैराशूट की मदद से नीचे आ गया.
गांव वालों ने दौडकर पायलट की मदद की
विमान गिरने के बाद इलाके के लोग सबसे पहले मौके पर पहुंचे. उन्होंने पायलट को पानी दिया, सहारा देकर उठाया और बेसिक मदद की. चश्मदीदों के मुताबिक पायलट घबराया हुआ था लेकिन चोट से बच गया था. करीब आधे घंटे के अंदर वायुसेना का एक हेलिकॉप्टर वहीं सड़क पर उतरा और पायलट को तुरंत एयरबेस ले जाया गया.
वायुसेना का बयान: किसी नागरिक को नुकसान नहीं हुआ
भारतीय वायुसेना ने बताया कि यह Pilatus PC-7 Mk II ट्रेनिंग एयरक्राफ्ट था, जो एक रूटीन मिशन पर था. हादसे में किसी भी आम आदमी की जान या संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचा. वायुसेना ने कहा कि दुर्घटना की असल वजह जानने के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी बनाई गई है. हादसे के तुरंत बाद वायुसेना ने सोशल मीडिया पर जानकारी साझा की और कहा कि जांच पूरी होने के बाद कारण साफ होंगे.
इसी साल कई एयरफोर्स हादसे हुए
यह पहला मामला नहीं है. इस साल भारतीय वायुसेना के कई विमान क्रैश हुए हैं. फरवरी में मध्यप्रदेश के शिवपुरी में Mirage 2000 ट्रेनर विमान क्रैश हुआ था. उस घटना में दोनों पायलट समय रहते बाहर निकल आए थे. जुलाई में राजस्थान के चूरू जिले के भानुडा गांव के पास Jaguar फाइटर विमान गिरा था. उस हादसे में दोनों पायलटों की मौत हो गई थी. 2025 में जगुआर से जुड़े यह कई घटनाओं में तीसरा क्रैश था. इससे पहले मार्च में अंबाला और अप्रैल में जामनगर के पास भी ऐसे ही हादसे हुए थे.

