वडाला गांव में पति की हत्या करने वाली पत्नी येवला से गिरफ्तार...
Wife arrested for killing husband in Wadala village from Yevala

Wadala village में पति की निर्ममता से हत्या करने वाली पत्नी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। हत्या के बाद फरार हो चुकी, संदिग्ध पत्नी को शहर अपराध शाखा के युनिट दो के पथक ने येवला से गिरफ्तार किया। संदिग्ध पत्नी का नाम नंदाबाई दिलीप कदम (40) है। नंदाबाई ने लगातार होने वाली प्रताड़ना से परेशान होकर पति की हत्या करने की बात सामने आई है।
नाशिक : Wadala village में पति की निर्ममता से हत्या करने वाली पत्नी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। हत्या के बाद फरार हो चुकी, संदिग्ध पत्नी को शहर अपराध शाखा के युनिट दो के पथक ने येवला से गिरफ्तार किया। संदिग्ध पत्नी का नाम नंदाबाई दिलीप कदम (40) है। नंदाबाई ने लगातार होने वाली प्रताड़ना से परेशान होकर पति की हत्या करने की बात सामने आई है।
नंदाबाई ने गुरुवार को अत्यंत थंड दिमाग से पति दिलीप कदम की हत्या करने की जानकारी सामने आई। वडाला गांव के माली गली-कोलवाडा रस्ते पर स्थित एक बंद कमरें में शनिवार की रात 8.30 बजे के आस पास सड़े हुए स्थिति में दिलीप कदम का शव मिला।
इसके बाद से नंदाबाई फरार थी। इस मामले में कदम की पहली पत्नी का पुत्र रोशन कदम की शिकायत पर सौतेली मां नंदाबाई के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया। दो दिनों से इंदिरा नगर पुलिस सहित अपराध शाखा के पथक संदिग्ध महिला की तलाश कर रही थी।
दरमियान पुलिस ने नाशिक सहित येवला, औरंगाबाद, वैजापूर परिसर में दबिश दी। संदिग्ध महिला के पास संपर्क करने का कोई साधन नही थी, इसलिए पुलिस ने अपने स्तर पर जांच अभियान चलाया। दरमियान संदिग्ध नंदाबाई येवला में होने की जानकारी मिलने के बाद अपराध शाखा के अधिकारियों ने उसे गिरफ्तार किया।
इस कार्रवाई को अपराध शाखा युनिट दो के पुलिस निरीक्षक आनंदा वाघ, पुलिस उपनिरीक्षक पोपट कारवाल, राजेंद्र जाधव, गुलाब सोनार, संजय सानप, अतुल पाटिल, वैशाली घरटे आदि ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया।
मृतक दिलीप कदम की संदिग्ध नंदाबाई दूसरी पत्नी है। गुरुवार की रात को भोजन करने के बाद नियमित रूप से दिलीप ने नंदाबाई को पैर दबाने के लिए कहा। इस दौरान नंदाबाई को दिलीप ने जमकर पीटा। लगातार होने वाली मारपीट से परेशान होकर नंदाबाई ने दिलीप के सिर पर लकड़े से जोरदार प्रहार किया।
इसमें दिलीप बेहोश हुआ, लेकिन होश में आने के बाद और पिटने के डर से नंदाबाई ने उसकी गला घोटा। धारदार हथियार से पेट और छाती पर घाव किए।
दिलीप की मौत होने के बाद उसके शव को टावल में लपेटकर बेड के नीचे दबा दिया। सुबह तीन बजे तक घर की सफाई की। शुक्रवार दिनभर घर में रुकी। इसके बाद वह पति के बहन के पास चली गई। जहा से येवला फरार हुई।