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Read More... मुंबई : बढ़ रही हैं बंदरों के इंसानी बस्तियों में घुसने की घटनाएं ; बढ़ती शिकायतों को देखते हुए सरकारी प्रस्ताव जारी
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By Online Desk
शहरी इलाकों और घरों में बंदरों के घूमने, प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाने और कुछ मामलों में लोगों पर हमला करके उन्हें घायल करने की बढ़ती शिकायतों को देखते हुए, राज्य के फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने इस मुद्दे पर एक सरकारी प्रस्ताव जारी किया। डिपार्टमेंट ने बंदरों को पकड़ने और उन्हें वापस आने से रोकने के लिए इंसानी बस्तियों से 10 km दूर छोड़ने के लिए एक स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर बनाया है।राज्य में बंदरों के इंसानी बस्तियों में घुसने की घटनाएं बढ़ रही हैं। इससे खेती की फसलों और प्रॉपर्टी को ज़्यादा नुकसान हुआ है। कानपुर : पाले जाने वाले कुत्ते और बिल्लियां छीन सकते हैं इंसानों की आंखों की रोशनी; नेत्र रोग विभाग की टीम ने एक ऐसी स्टडी की है, जिसने सभी को चौंका दिया
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अगर आप अपने पालतू कुत्ते या बिल्ली को बहुत करीब से प्यार करते हैं, तो ऐसा न करें. कानपुर के एलएलआर अस्पताल (हैलट) की नेत्र रोग विभाग की टीम ने एक ऐसी स्टडी की है, जिसने सभी को चौंका दिया है. अध्ययन में पाया गया है कि घरों में पाले जाने वाले कुत्ते और बिल्लियां इंसानों की आंखों की रोशनी तक छीन सकते हैं. मुंबई : नौकरी दिलाने के नाम पर युवकों को ले जाता था थाईलैंड; अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी रैकेट का भंडाफोड़
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मीरा रोड में क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी रैकेट का भंडाफोड़ किया है. यह बड़ी बहुराष्ट्रीय कंपनियों में मोटी सेलरी पर नौकरी दिलाने के नाम पर युवकों को पहले थाईलैंड ले जाता था और उसके बाद अवैध रूप से सड़क मार्ग के जरिये म्यांमार, कंबोडिया,चीन ले जाते थे. इसके बाद इन युवकों से साइबर फ्रॉड का काम कराया जाता था. जो युवक ये काम करने से मना करते थे उनकी कई दिनों तक जमकर पिटाई की जाती थी और इन्हें स्लेव गुलाम बनाकर रखा जाता था. इस गैंग के सरगना चीन में बैठकर ये रैकेट चला रहे है और इस गैंग का नाम “डिजिटल सायबर स्लेवरी” बताया जा रहा है, जो एक खूंखार ह्यूमन स्मगलिंग और साइबर फ्रॉड गैंग है. मुंबई : पिछले साल हुई मारपीट का मामला फिर से सुर्खियों में; महाराष्ट्र राज्य मानवाधिकार आयोग ने स्वतः संज्ञान लिया
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एक ओला ड्राइवर के साथ पिछले साल हुई मारपीट का मामला फिर से सुर्खियों में है। 24 वर्षीय पीड़ित ड्राइवर पर पार्क साइट इलाके में ऑडी कार मालिक ने कथित रूप से जानलेवा हमला किया था। हमले के परिणामस्वरूप उसकी रीढ़ की हड्डी गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गई और वह अब सामान्य जीवन जीने में असमर्थ है। ड्राइवर की स्थिति इतनी गंभीर है कि वह बिस्तर से उठ नहीं पा रहा है और न ही पहले की तरह काम कर सकता है। परिवार की आर्थिक स्थिति भी गंभीर रूप से प्रभावित हुई है, क्योंकि घर की जिम्मेदारी उसी के कंधों पर थी। घटना के समय पूरी घटना सीसीटीवी में रिकॉर्ड हुई थी और गवाह भी मौजूद थे। इसके बावजूद पार्क साइट पुलिस थाने के एक अधिकारी ने इसे “गुस्से में की गई हरकत” बताकर मामले को हल्का करने की कोशिश की। 