मुंबई : फर्जी पुलिस कमिश्नर बनकर एक करोड़ रुपए की ठगी !
Mumbai: Man defrauds people of one crore rupees by posing as a fake police commissioner!
गिरफ्तारी की धमकी देते हुए तत्काल 50 हजार रुपए भेजने को कहा गया। घबराए राहुल ने धनजेवाड़ी बीएमसी गार्डन के पास जॉइंट सीपी का आदमी बताकर आए शख्स को 50 हजार रुपए नकद दे दिए। इसके बाद ठगों का सिलसिला चलता रहा। कभी प्रवीण की हत्या कर देने की कहानी, तो कभी पुलिस कमिश्नर से "सेटिंग" कराने का झांसा देकर राहुल से लगातार पैसे ऐंठे गए। अंधेरी फ्लाईओवर के पास 7 लाख रुपए नकद लिए गए, फिर फर्जी पुलिस कमिश्नर बनकर 20 लाख रुपए की मांग की गई। धमकी दी गई कि पैसे नहीं दिए तो एनकाउंटर करवा दिया जाएगा और परिवार को भी नुकसान पहुंचाया जाएगा।
मुंबई : मालाड से अचानक लापता हुए एक गैस डीलर की सुरक्षित बरामदगी के बाद फर्जी पुलिस अधिकारियों द्वारा एक करोड़ रुपए की ठगी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। अगर पीड़ित सही सलामत पुलिस के हाथ नहीं लगता, तो शायद यह पूरी कहानी कभी उजागर नहीं हो पाती। मालाड पूर्व निवासी 39 वर्षीय राहुल गुप्ता भारत पेट्रोलियम गैस के बड़े डीलर हैं। वे 15 दिसंबर को बिना परिवार को बताए अचानक लापता हो गए थे। उनकी पत्नी ने दिंडोशी पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस जांच के दौरान 19 दिसंबर को राहुल को दहानू रेलवे स्टेशन से सुरक्षित बरामद किया गया। पूछताछ के दौरान राहुल ने जो आपबीती सुनाई, उसे सुनकर खुद पुलिसकर्मी भी हैरान रह गए।
राहुल ने पुलिस को बताया कि अप्पा पाड़ा इलाके में उनका गैस गोदाम है। प्रवीण खेडेकर नाम का एक व्यक्ति पिछले तीन-चार वर्षों से गणपति मंडल के लिए चंदा मांगने उनके पास आता था। कुछ महीनों पहले प्रवीण ने फोन कर खुद को मुसीबत में बताते हुए 2100 रुपए ट्रांसफर करने को कहा। इसके बाद सितंबर से अक्टूबर के बीच चार बार में कुल 10,600 रुपए राहुल से ट्रांसफर करवा लिए। इसके छह दिन बाद राहुल को एक अज्ञात नंबर से कॉल आया।
कॉल करने वाले ने खुद को मुंबई पुलिस का जॉइंट सीपी बताते हुए दावा किया कि प्रवीण खेडेकर ने एक हत्या की है और राहुल ने उसे सुपारी देकर भुगतान किया है। गिरफ्तारी की धमकी देते हुए तत्काल 50 हजार रुपए भेजने को कहा गया। घबराए राहुल ने धनजेवाड़ी बीएमसी गार्डन के पास जॉइंट सीपी का आदमी बताकर आए शख्स को 50 हजार रुपए नकद दे दिए। इसके बाद ठगों का सिलसिला चलता रहा। कभी प्रवीण की हत्या कर देने की कहानी, तो कभी पुलिस कमिश्नर से "सेटिंग" कराने का झांसा देकर राहुल से लगातार पैसे ऐंठे गए। अंधेरी फ्लाईओवर के पास 7 लाख रुपए नकद लिए गए, फिर फर्जी पुलिस कमिश्नर बनकर 20 लाख रुपए की मांग की गई। धमकी दी गई कि पैसे नहीं दिए तो एनकाउंटर करवा दिया जाएगा और परिवार को भी नुकसान पहुंचाया जाएगा।

