महाराष्ट्र में EVM गड़बड़ी का दावा FAKE, किसी भी चुनावी ड्यूटी में शामिल नहीं था बर्खास्त पुलिस अधिकारी
Maharashtra EVM tampering claim is FAKE, the dismissed police officer was not involved in any election duty
By Online Desk
On
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद राज्य में नई सरकार का गठन हो चुका है और देवेंद्र फडणवीस राज्य के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले चुके हैं। इस बीच महाराष्ट्र पुलिस के एक अधिकारी के हवाले से यह दावा किया जा रहा है कि उसके सामने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में छेड़छाड़ की गई और उसे इसके बदले में चुप रहने के लिए कथित तौर पर 10 लाख रुपये तक की रकम दी गई।
मुंबई : महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद राज्य में नई सरकार का गठन हो चुका है और देवेंद्र फडणवीस राज्य के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले चुके हैं। इस बीच महाराष्ट्र पुलिस के एक अधिकारी के हवाले से यह दावा किया जा रहा है कि उसके सामने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में छेड़छाड़ की गई और उसे इसके बदले में चुप रहने के लिए कथित तौर पर 10 लाख रुपये तक की रकम दी गई। विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में इस दावे को फेक और सनसनी फैलाने वाला पाया। केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने इस आरोप को खारिज करते हुए बताया कि बर्खास्त पुलिस सब-इंस्पेक्टर रंजीत कासले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2024 के दौरान किसी भी तरह के चुनावी ड्यूटी का हिस्सा नहीं थे। इसके साथ ही बीड जिला निर्वाचन अधिकारी को कासले के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश जारी किया गया है।
क्या है वायरल?
पड़ताल : वायरल पोस्ट में किए दावे के आधार पर सर्च करने पर हमें इस मामले में भारत निर्वाचन आयोग के आधिकारिक एक्स हैंडल पर मिला, जो एक एक्स यूजर की पोस्ट पर की गई टिप्पणी है, जिसमें रणजीत कासले को कथित बयान देते हुए सुना जा सकता है। इस पोस्ट पर चुनाव आयोग ने प्रतिक्रिया देते हुए लिखा है, यह “आरोप एक असंतुष्ट पुलिस अधिकारी (निलंबित) ने लगाया है। चूंकि सख्त कानूनी प्रशासनिक प्रोटोकॉल के तहत ईवीएम को रखा जाता है, इसलिए ईवीएम को हटाना असंभव है। लेकिन (मामले की) गंभीरता को देखते हुए सीईओ के जरिए डीएम और एसएसपी से रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।”
इसके बाद 19 अप्रैल 2025 को डीईओ यानी जिला निर्वाचन अधिकारी और एसएसपी (बीड) के आधिकारिक बयान के आधार पर चुनाव आयोग ने पुलिस सब-इंसपेक्टर रंजीत कासले के आरोपों को खारिज करते हुए बताया, “वह महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान चुनावी ड्यूटी पर नहीं थे। आरोपों का उद्देश्य सार्वजनिक शांति और सौहार्द को भंग करना, लोगों को राज्य के खिलाफ हिंसा के लिए उकसाना है।”
इसके साथ ही चुनाव आयोग ने बीड डीईओ को कासले के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए जाने का जिक्र किया है। बीड, जिला निर्वाचन अधिकारी कार्यालय की तरफ से जारी रिपोर्ट में बताया गया है, “परली विधानसभा क्षेत्र में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया पारदर्शी और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई। हालांकि, हाल ही में बर्खास्त पुलिस सब-इंसपेक्टर रंजीत कासले ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो को शेयर करते हुए गंभीर आरोप लगाए, जिसमें उसने दावा किया कि वे उस जगह तैनात थे, जहां चुनाव के बाद (स्ट्रॉन्ग रूम में) ईवीएम को रखा गया था और फिर बाद में उसे वहां की ड्यूटी से हटा दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें ड्यूटी से हटाए जाने का मकसद ईवीएम के साथ छेड़छाड़ करना था।”
इसके बाद रिपोर्ट में बताया गया है कि परली विधानसभा क्षेत्र में बर्खास्त पुलिस अधिकारी कासले को चुनाव के दौरान किसी भी ड्यूटी पर नहीं लगाया गया था। न ही उसकी ड्यूटी चुनाव प्रक्रिया के दौरान लगी थी, न ही वह स्ट्रॉन्ग रूम पर तैनात था और न ही उसकी ड्यूटी मतगणना प्रबंधन में लगी थी।
Today's E Newspaper
Video
<% items = items.slice(0, 5); %>
<% let n=0; items.forEach((r)=>{ if(n == 0) { n++; return; } %> <% n++; %> <% }); %>
<%- className == "" ? "" : '
' %> <% items.forEach(function(r) { %> <% }); %> <%- className == "" ? "" : "
" %> Related Posts
Post Comment
Latest News
22 May 2025 19:26:41
एक बड़ी खबर सामने आ रही है। विधानमंडल विधायकों की अनुमान समिति के अध्यक्ष और शिवसेना शिंदे गुट के जालना...
Comment List