मुंबई निकाय चुनाव के लिए एक होंगे ठाकरे ब्रदर्स! राज और उद्धव की मुलाकात से तेज राजनीतिक अटकलें

Thackeray brothers will unite for Mumbai civic elections! Raj and Uddhav's meeting fuels political speculation

मुंबई निकाय चुनाव के लिए एक होंगे ठाकरे ब्रदर्स! राज और उद्धव की मुलाकात से तेज राजनीतिक अटकलें

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे की अपने चचेरे भाई और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुंबई में एक विवाह समारोह में मुलाकात हुई जिसके बाद महाराष्ट्र में आगामी नगर निगम चुनावों से पहले दोनों के बीच राजनीतिक मतभेद सुलझने की अटकलें तेज हो गई हैं। राजनीतिक रूप से अलग हो चुके दोनों भाई अंधेरी इलाके में सरकारी अधिकारी महेंद्र कल्याणकर के बेटे के विवाह समारोह में एक साथ देखे गए। समारोह के दौरान उद्धव और उनकी पत्नी रश्मि ठाकरे से राज ठाकरे की मुलाकात हुई।

मुंबई: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे की अपने चचेरे भाई और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुंबई में एक विवाह समारोह में मुलाकात हुई जिसके बाद महाराष्ट्र में आगामी नगर निगम चुनावों से पहले दोनों के बीच राजनीतिक मतभेद सुलझने की अटकलें तेज हो गई हैं। राजनीतिक रूप से अलग हो चुके दोनों भाई अंधेरी इलाके में सरकारी अधिकारी महेंद्र कल्याणकर के बेटे के विवाह समारोह में एक साथ देखे गए। समारोह के दौरान उद्धव और उनकी पत्नी रश्मि ठाकरे से राज ठाकरे की मुलाकात हुई। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि एमएनएस और शिवसेना (यूबीटी) के बीच आगामी नगर निगम चुनावों, खासतौर पर आर्थिक रूप से समृद्ध बीएमसी चुनावों को ध्यान में रखते हुए आपसी मतभेद खत्म करने की संभावना बन सकती है।

पिछले दो महीनों में तीसरी मुलाकात
हालांकि, अभी तक नगर निकाय चुनावों की तारीखों की घोषणा नहीं हुई है। पिछले 2 महीनों में यह तीसरा मौका था जब दोनों भाइयों की सार्वजनिक रूप से मुलाकात हुई जिससे दोनों दलों के बीच संबंधों में सुधार की अटकलें तेज हो गई हैं। राज ठाकरे ने वर्ष 2005 में (तत्कालीन एकीकृत) शिवसेना छोड़ दी थी और अगले वर्ष अपनी अलग पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना का गठन किया था।

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दोनों भाइयों की एक-दूसरे की जरूरत
पिछले साल महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में विपक्षी महाविकास अघाड़ी गठबंधन का हिस्सा रही शिवसेना (यूबीटी) ने 20 सीटें जीती थीं जबकि एमएनएस को कोई भी सीट नहीं मिली थी। मनसे की हार से अब यदि राज ठाकरे उद्धव ठाकरे के साथ शामिल हो जाए तो ये उनकी पार्टी का अस्तित्व बचाने के लिए एक अहम कदम होगा। आपको बता दें कि नगर निगम चुनाव से पहले ही उद्धव ठाकरे की शिवसेना यूबीटी से कई नेताओं ने बगावत का रूख अपना लिया है। कहा जा सकता है कि शिवसेना के ऑपरेशन टाइगर से शिवसेना यूबीटी लगभग खाली हो रही है। ऐसे में मनसे का साथ शिवसेना यूबीटी के लिए भी आगामी नगर निगम चुनाव के लिए काफी महत्वपूर्ण होगा।

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