नारी शक्ति की मिसाल रानी लक्ष्मीबाई की जयंती पर PM मोदी समेत कई नेताओं ने दी श्रद्धांजलि !

Many leaders including PM Modi paid tribute to Rani Laxmibai, an example of women power, on her birth anniversary!

नारी शक्ति की मिसाल रानी लक्ष्मीबाई की जयंती पर PM मोदी समेत कई नेताओं ने दी श्रद्धांजलि !

पीएम मोदी के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी रानी लक्ष्मीबाई को याद किया। उन्होंने X पर लिखा, 'रानी लक्ष्मीबाई ने भारत के प्रथम स्वाधीनता संग्राम में अपनी वीरता और बलिदान से करोड़ों भारतवासियों को प्रेरित किया है। उनकी जयंती के अवसर पर मैं उन्हें स्मरण और नमन करता हूँ।'

नई दिल्ली : नारी शक्ति की मिसाल देने वाली रानी लक्ष्मीबाई की जयंती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी। सोशल मीडिया X (पू्र्व में ट्विटर) पर रानी लक्ष्मीबाई की बहादुरी को याद करते हुए पीएम मोदी ने लिखा, 'भारतीय नारी शक्ति की वीरता की प्रतीक रानी लक्ष्मीबाई को उनकी जयंती पर मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि। विदेशी शासन के अत्याचारों के विरुद्ध उनके साहस, संघर्ष और बलिदान की कहानी देश की हर पीढ़ी को प्रेरित करती रहेगी।'

पीएम मोदी के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी रानी लक्ष्मीबाई को याद किया। उन्होंने X पर लिखा, 'रानी लक्ष्मीबाई ने भारत के प्रथम स्वाधीनता संग्राम में अपनी वीरता और बलिदान से करोड़ों भारतवासियों को प्रेरित किया है। उनकी जयंती के अवसर पर मैं उन्हें स्मरण और नमन करता हूँ।'

Read More मुंबई : अक्षय ऊर्जा कंपनियों सहित बिजली उपभोक्ताओं को राहत; एमईआरसी के बिजली दरों में बढ़ोतरी संबंधी समीक्षा आदेश रद्द

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी रानी लक्ष्मीबाई की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी और लिखा, 'नारी शक्ति एवं वीरता की प्रतीक झांसी की रानी लक्ष्मीबाई जी की जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन।' झांसी की रानी के नाम से मशहूर रानी लक्ष्मीबाई ने भारत के पहले स्वतंत्रता संग्राम (1857-58) के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

Read More  महाराष्ट्र के लातूर में अस्पताल गार्ड की पिटाई कर हत्या... पुलिस ने मामले में डॉक्टर सहित 3 लोगों को किया गिरफ्तार

1857 के भारतीय विद्रोह की प्रमुख शख्सियतों में से एक, रानी लक्ष्मीबाई का जन्म 19 नवंबर, 1828 को हुआ था। रानी लक्ष्मीबाई की 1858 में ग्वालियर के पास कोटा-की-सराय नामक स्थान पर ब्रिटिश औपनिवेशिक शासकों से लड़ते हुए मृत्यु हो गई।

Read More मुंबई-पुणे समेत महाराष्ट्र के इन शहरों में होगी युद्ध के सायरन की मॉक ड्रिल