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बढ़ते वायु प्रदूषण से लोगों की बढ़ रही हैं दिक्कतें... आदित्य ठाकरे ने लिखा केंद्र सरकार को पत्र
People's problems are increasing due to increasing air pollution ... Aditya Thackeray wrote a letter to the central government
विधानसभा सदस्य मिहीर कोटेचा, सुनील राणे ने ध्यानाकर्षण सूचना के तहत मुंबई में बढ़ते वायू प्रदूषण और हवा की गुणवत्ता में कमी को लेकर सवाल किए थे। विधायकों के सवालों का जवाब मंत्री दीपक केसरकर ने दिया। उन्होंने सदन को बताया कि इन दिनों मुंबई व आसपास के क्षेत्रों में निर्माणकार्य के काम बड़ी संख्या हो रहे हैं। मेट्रो, सड़क मार्ग, पुल सहित तमाम काम चल रहे हैं। इसका असर वायु पर पड़ा है। प्रदूषण बढ़ गया है।
मुंबईः बढ़ते वायु प्रदूषण से लोगों की दिक्कतें बढ़ रही हैं। मुंबई की हवा खराब से बहुत खराब श्रेणी में दर्ज हुई है। इस संबंध में विधानसभा में भी सरकार को जवाब देना पड़ा है। युवा नेता आदित्य ठाकरे ने पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव को पत्र लिखकर अपनी चिंता व्यक्त की है। आदित्य ने पत्र में लिखा है कि मुंबई के वायु की गुणवत्ता सूचकांक 'खराब' से 'बहुत खराब' श्रेणी में चली गई है। इस पर नियंत्रण पाने के लिए केंद्र सरकार को प्रभावी कदम उठाना चाहिए।
आदित्य ने अपने पत्र में लिखा है कि देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के अलावा राज्य के दूसरे शहरों की स्थिति भी बेहतर नहीं है। महाराष्ट्र के कई शहरों में वायु प्रदूषण बढ़ गया है, जो कि चिंता का विषय है। कई शहर में जारी निर्माण गतिविधियों, उससे फैलने वाले धूलकणों एवं मलबों की चपेट में हैं। उद्धव ठाकरे के बेटे और महाराष्ट्र के पूर्व पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे ने आगे लिखा है कि शहरी विकास विभाग एवं स्थानीय निकायों की मदद के लिए प्रशासनिक स्तर पर ठोस कदम उठाने की जरूरत है।
शहर के पर्यावरण पर बड़े पैमाने पर चल रहे निर्माण कार्यों के असर को लेकर जागरूकता फैलाए जाने की जरूरत है। महाराष्ट्र के पूर्व पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे ने कहा कि मुंबई में निर्माण गतिविधियां व्यापक रूप से चल रही हैं और अधिकांश निर्माण स्थलों पर प्रभारी निगरानी तंत्र का अभाव है।
शहर के पूर्वी तट पर तेल शोधक इकाइयां और उर्वरक संयंत्र हैं तथा वहां 24 घंटे चल रही औद्योगिक गतिविधियों का शहर की वायु गुणवत्ता पर असर होता है। उनके आसपास के स्थानों जैसे माहुल और वडाला के निवासी आज घटिया वायु और बदबू के प्रभाव से जूझते हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को इन संयंत्रों का मूल्यांकन कर उन्हें शहर से दूर अन्यत्र ले जाने की योजना बनाए।
विधानसभा सदस्य मिहीर कोटेचा, सुनील राणे ने ध्यानाकर्षण सूचना के तहत मुंबई में बढ़ते वायू प्रदूषण और हवा की गुणवत्ता में कमी को लेकर सवाल किए थे। विधायकों के सवालों का जवाब मंत्री दीपक केसरकर ने दिया। उन्होंने सदन को बताया कि इन दिनों मुंबई व आसपास के क्षेत्रों में निर्माणकार्य के काम बड़ी संख्या हो रहे हैं। मेट्रो, सड़क मार्ग, पुल सहित तमाम काम चल रहे हैं। इसका असर वायु पर पड़ा है। प्रदूषण बढ़ गया है।
वायु प्रदूषण जैसी समस्या से निपटने के लिए सरकार ने एक कार्य योजना बनाई है, जिसे कड़ाई से लागू किया जाएगा। इसके अलावा संजीव कुमार की अध्यक्षता में एक विशेष समिति का गठन किया गया है, जिसकी बैठक आगामी रविवार 19 मार्च को बुलाई गई है। इस बैठक में विशेषज्ञों सहित सभी समिति सदस्यों और मुंबई के सभी विधायकों को आमंत्रित किया गया है। वायु प्रदूषण को कम करने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर प्रॉजेक्ट्स में नई तकनीक का इस्तेमाल, धूल कम करने के लिए कंस्ट्रक्शन साइट्स के आसपास बैरियर और शीट लगाने का सुझाव दिया गया है।
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