लंपी वायरस का खतरा महाराष्ट्र में भी बढ़ने लगा ...मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दिए रोकथाम के निर्देश

The threat of lumpi virus started increasing in Maharashtra too... Chief Minister Eknath Shinde gave instructions for prevention

लंपी वायरस का खतरा महाराष्ट्र में भी बढ़ने लगा ...मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दिए रोकथाम के निर्देश

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सोमवार को राज्य के पशुपालन विभाग के अधिकारियों को सतर्क रहने और मवेशियों में लंपी वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए निर्देश दिए. महाराष्ट्र में बढ़ रहे लंपी वायरस के केसों को देखते हुए महाराष्ट्र सीएमओ की तरफ से एक बयान भी जारी हुआ

महाराष्ट्र : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सोमवार को राज्य के पशुपालन विभाग के अधिकारियों को सतर्क रहने और मवेशियों में लंपी वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए निर्देश दिए. महाराष्ट्र में बढ़ रहे लंपी वायरस के केसों को देखते हुए महाराष्ट्र सीएमओ की तरफ से एक बयान भी जारी हुआ, इस बयान के अनुसार कई जिलों में इस बीमारी की सूचना मिली है और दिन में कैबिनेट की बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा हुई. इसके साथ ही अधिकारियों से बीमारी पर जागरूकता अभियान चलाने और लोगों को तत्काल सहायता प्रदान करने के लिए अपने क्षेत्रों में मौजूद रहने को कहा.

इसके साथ ही इस बयान में बताया गया कि टोल फ्री नंबर 18002330418 के साथ-साथ राज्य स्तरीय कॉल सेंटर टोल फ्री नंबर 1962 लोगों के लिए उपलब्ध कराया गया है. महाराष्ट्र सरकार ने पिछले हफ्ते मवेशियों में लंपी वायरस के प्रसार को रोकने के लिए पूरे राज्य को "नियंत्रित क्षेत्र" घोषित किया था. बता दें कि महाराष्ट्र में पिछले एक महीने में लंपी वायरस के संक्रमण के कारण 22 मवेशियों की मौत हो गई, इस बात की जानकारी राज्य के पशुपालन विभाग के अधिकारी ने दी है.

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महाराष्ट्र में कई जिलों में लंपी वायरस के केस सामने आए हैं, जिनमें जलगांव, अहमदनगर, अकोला, धुले, पुणे, लातूर, औरंगाबाद, बीड, सतारा, बुलढाणा, अमरावती, उस्मानाबाद और कोल्हापुर जिले के 133 गांवों में यह बीमारी फैल चुकी है. लंपी वायरस एक संक्रामक रोग है जिससे पशुओं के शरीर पर गांठे हो जाती हैं.

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इसके साथ ही इस रोग के लक्षणों में पशुओं में बुखार, दूध कम बनना, त्वचा पर गांठ, नाक तथा आंखों से पानी निकलना आदि शामिल हैं. महाराष्ट्र के अलावा इससे पहले राजस्थान, गुजरात, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और दिल्ली में भी इसके केस सामने आ चुके हैं.

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