मुंबई में न हो अहमदाबाद जैसा हादसा, रहवासियों ने रखी अपनी बात, बोले- शौक से नहीं रह रहे
Residents expressed their views so that an accident like Ahmedabad does not happen in Mumbai and said- they are not able to live happily
अहमदाबाद में हुए विमान हादसे के बाद मुंबई के एयरपोर्ट (टी 1 और टी 2) पर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। हालांकि नवभारत की टीम जब एयरपोर्ट के पास सटे झुग्गी झोपड़ियों में पहुंची तब उन्हें वहां एक अलग ही कहानी देखने मिली। वहां रहने वालों का मानना था कि यदि अहमदाबाद में हुए विमान हादसे की वजह से अन्य लोगों (पास में ही बने हॉस्टल में रह रहे लोगों) की जान जा सकती है।
मुंबई: अहमदाबाद में हुए विमान हादसे के बाद मुंबई के एयरपोर्ट (टी 1 और टी 2) पर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। हालांकि नवभारत की टीम जब एयरपोर्ट के पास सटे झुग्गी झोपड़ियों में पहुंची तब उन्हें वहां एक अलग ही कहानी देखने मिली। वहां रहने वालों का मानना था कि यदि अहमदाबाद में हुए विमान हादसे की वजह से अन्य लोगों (पास में ही बने हॉस्टल में रह रहे लोगों) की जान जा सकती है। उनका मानना है कि यदि यह घटना मुंबई में होती है, तो हमारा तो नामोनिशान मिट जाता। अहमदाबाद हादसे के बाद से हमारे मन में भी एक डर सा पैदा हो गया है। सरकार को इस बारें में सोचने की जरूरत है। हमारी मजबूरी में रह रहे है, शौक से नहीं।
काफी समय से अटका है पुनर्विकास का काम
ध्यान देने वाली बात यह कि 2006 से एयरपोर्ट के पास के स्लम के पुनर्विकास की कवायद शुरू है। लेकिन अब तक कोई फैसला नहीं लिया गया है। एमएमआरडीए को इस प्रोजेक्ट के लिए प्लानिंग अथॉरिटी भी चुना गया था। 2021 में देवेंद्र फडणवीस ने क्लस्टर पुनर्विकास का भी ऐलान किया था।
कड़े नियम का होता है पालन
मुंबई हवाई अड्डे से प्रतिदिन सैकड़ों फ्लाइट उड़ान भरती है और उतरती है। इस एयरपोर्ट की सुरक्षा एक महिला द्वारा की जाती है, जो पूर्व हवाई यातायात नियंत्रक (एटीसी) और हवाई सुरक्षा अधिकारी (एएसओ) एस मंगला हैं। उन्होंने कहा कि उनके पास कई बिल्डरों के फ़ाइल आती है, लेकिन उनकी अंतरात्मा उन्हें परियोजनाओं को मंजूरी देने की अनुमति नहीं देती है। क्योंकि कल अगर कोई हवाई जहाज इन टावरों में से किसी एक से टकरा जाता है, तो मैं खुद को बहुत दोषी महसूस करूंगी। वैसे भी, हवाई सुरक्षा के स्पष्ट नियम हैं और मैंने उनका सख्ती से पालन किया है।
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