मुंबई के बाजारों में रमजान शुरू होते ही छाई रौनक... मस्जिद बंदर में उमड़ी लोगों की भीड़
As soon as Ramadan started, Mumbai's markets became vibrant... Crowds of people gathered in Masjid Bunder
रमजान, जिसे रमादान, रमज़ान या रमजान भी कहा जाता है, इस्लामिक कैलेंडर का सबसे पवित्र महीना है, जो हिजरी कैलेंडर के नौवें महीने में पड़ता है. इस दौरान मुस्लिम समुदाय के लोग भोर से सूर्यास्त तक उपवास रखते हैं, जिसे 'रोज़ा' कहा जाता है. यह इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक है, जो आस्था, आत्मसंयम और आध्यात्मिक चिंतन का प्रतीक है.
मुंबई : मुंबई का मशहूर मस्जिद बंदर बाजार रमजान की तैयारियों में पूरी तरह रंग चुका है. शनिवार (1 मार्च) को यहां फलों, शॉल, खजूर, कपड़ों और ड्राई फ्रूट्स के बड़े स्टॉक के साथ दुकानदारों ने अपने स्टॉल सजाए. रमजान की तैयारियों के बीच बाजारों में ग्राहकों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी.
दिल्ली सहित देश के सभी हिस्सों में भी रमजान की खरीदारी जोरों पर है. लोग पारंपरिक व्यंजनों और खास रमजान डिशेज़ की खरीदारी कर रहे हैं. इस पवित्र मौके पर ऑल इंडिया सूफी सज्जादानशीन काउंसिल के चेयरमैन सैयद नासिरुद्दीन चिश्ती ने लोगों को बधाई दी. उन्होंने कहा, "रमजान का पवित्र महीना शुरू होने वाला है. मैं सभी को रमजान की मुबारकबाद देता हूं. उम्मीद करता हूं कि सभी रोज़े रखेंगे और हम सब आपसी भाईचारे और सद्भाव के साथ रहेंगे."
रमजान, जिसे रमादान, रमज़ान या रमजान भी कहा जाता है, इस्लामिक कैलेंडर का सबसे पवित्र महीना है, जो हिजरी कैलेंडर के नौवें महीने में पड़ता है. इस दौरान मुस्लिम समुदाय के लोग भोर से सूर्यास्त तक उपवास रखते हैं, जिसे 'रोज़ा' कहा जाता है. यह इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक है, जो आस्था, आत्मसंयम और आध्यात्मिक चिंतन का प्रतीक है.
2025 में रमजान की शुरुआत 2 मार्च (रविवार) को हुई, जब शनिवार को चांद दिखाई दिया. इस महीने का सबसे खास समय 'इफ्तार' होता है, जब दिनभर के रोज़े के बाद लोग सूर्यास्त के समय अपना उपवास खोलते हैं. चांद के दोबारा दिखने के साथ ही रमजान का समापन होता है और ईद का पर्व पूरे जोश और उल्लास के साथ मनाया जाता है.

