मुंबई में सामने आया जीका वायरस का मामला, जानि इसके लक्षण,बचाव

Zika virus case surfaced in Mumbai, know its symptoms, prevention

मुंबई में सामने आया जीका वायरस का मामला, जानि इसके लक्षण,बचाव

 

कोरोना के बाद देश में एक और वायरस ने दस्तक दे दी है. दरअसल, मुंबई में एक व्यक्ति के जीवा वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि के बाद चिंता बढ़ गई है. जानकारी के मुताबिक, मुंबई के चंबूर के रहने वाले एक व्यक्ति में जीका वायरस से संक्रमण की पुष्टि हुई है. हालांकि, इलाज के बाद फिलहाल वह स्वस्थ है, किन जीका वायरस की खबर से लोगों में चिंताएं बढ़ गई हैं. इस मामले के सामने आने बाद वायरस के अन्य पीड़ितों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है. यही नहीं जीका वायरस के संभावित खतरे को देखते हुए अन्य राज्यों में भी अलर्ट जारी किया गया है.

Read More मुंबई: सुगंधित सुपारी उत्पादों पर प्रतिबंध की समीक्षा का आग्रह 

ये भी पढ़ें: National Smart City Awards 2022: इंदौर ने दोबारा मारी बाजी, MP ने ‘सर्वश्रेष्ठ राज्य’ का पुरस्कार अपने नाम किया 

Read More मुंबई के जोगेश्वरी ब्रिज पर धू धू कर जली कार...

कैसे होते हैं जीका वायरस से पीड़ित के लक्षण

Read More घाटकोपर स्टेशन 2027 तक पूरी तरह बदल जाएगा; जानें क्या हो रहे काम

बता दें कि जीका वायरस रोग को गंभीर नहीं माना जाता है, लेकिन इससे मरीज को परेशानी जरूर होती है. जीका वायरस के लक्षणों में बुखार होने के अलावा त्वचा पर लाल धब्बे पड़ना, सिर दर्द के साथ आंखों में सूजन और आखें लाल होना शामिल है. इस बीमारी से पीड़ित ज्यादातर मरीज दवाइयों से ठीक हो जाते हैं. ना ही उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत नहीं पड़ती है. हालांकि जीका वायरस से पीड़ित शख्स को ठीक होने में कई बार एक सप्ताह से अधिक का समय लग जाता है. इस वायरस की सबसे अलग बात ये है कि इस बीमारी के 80 प्रतिशत मरीजों में कोई लक्षण नहीं नजर आते. जबकि अन्य संक्रमितों में बुखार, जोड़ों में दर्द, मांसपेशियों में दर्द, सिरदर्द, लाल आंखें, उल्टी, शरीर पर लाल चिकत्ते पड़ने जैसे लक्षण दिखाई देते हैं.

Read More डोंबिवली और कल्याण इलाके में रोजाना 10 लोगों को शिकार बना रहे आवारा कुत्ते...

ये भी पढ़ें: Haryana: नूंह में फिर बंद की गई इंटरनेट सेवा, जानिए अब क्यों लगाई गई पाबंदी 

कैसे फैलता है जीका वायरस

बता दें कि जीका वायरस एक मच्छर जनित वायरस है. जो एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से होता है. एडीज मच्छर के काटने से जीका वायरस इंसान के शरीर के अंदर पहुंच जाता है. ये वायरस सबसे पहले 1947 में युगांडा में रीसस मकाक बंदर में पाया गया था. इसके बाद 1950 के दशक में अन्य अफ्रीकी देशों में इस वायरस के इंसानों में संक्रमण के मामले मिले. बता दें कि जिन मच्छरों के काटने से ये वायरस फैलता है वह मच्छर यानी एडीज मच्छर ज्यादातर दिन में काटते हैं. गर्भावस्था के दौरान जीका वायरस के संक्रमण से गर्म में पल रहे बच्चे में जन्मजात विकृतियों के साथ-साथ समय से पहले जन्म और गर्भपात भी हो सकता है. जीका वायरस संक्रमण वयस्कों और बच्चों में गुइलेन-बैरे सिंड्रोम, न्यूरोपैथी और मायलाइटिस से संबंधित है.

Tags:
Sabri Human Welfare Foundation Ngo

Latest News

पनवेल-कलंबोली; 7-8 दिसंबर, 9-10 दिसंबर, 14-15 दिसंबर और 16-17 दिसंबर की आधी रात से स्पेशल पावर ब्लॉक की घोषणा  पनवेल-कलंबोली; 7-8 दिसंबर, 9-10 दिसंबर, 14-15 दिसंबर और 16-17 दिसंबर की आधी रात से स्पेशल पावर ब्लॉक की घोषणा 
ठाणे : रेलवे पुलिस ने 20 साल के आदमी को नकली रेलवे पास पर यात्रा करने के आरोप में किया गिरफ्तार 
मुंबई : राज्य में 448 इंस्पेक्टरों की लिस्ट जारी; असिस्टेंट कमिश्नर के पद पर किया जाएगा प्रमोट 
मुंबई : पिछले 25 से 30 सालों में धीरे-धीरे हज़ारों गैर-कानूनी ढांचों में बदल गई मालवणी; कलेक्टर के अधिकार क्षेत्र में ज़मीन का बड़ा हिस्सा
मुंबई : फ़्लाइट में देरी के बीच एयरपोर्ट के अंदर लाइव म्यूज़िकल से यात्रियों का मनोरंजन
मुंबई : मेट्रो ने अपनी सुरक्षा और संचालन क्षमता को और मजबूत करने की दिशा में उठाया बड़ा कदम