कोविड जंबो घोटाले की जांच तेज हो गई है। आईएएस संजीव जायसवाल समेत कई दिग्गजों के घर छापेमारी हुई है। वहीं इस मामले के जांच की आंच अब उद्धव ठाकरे के बेटे और महाराष्ट्र के पूर्व पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे तक भी जा सकती है। सूत्रों की मानें तो आदित्य ठाकरे के करीबियों पर शिकंजा कसा है और ईडी अब आदित्य ठाकरे तक भी पहुंच सकती है। बालासाहेब की शिवसेना पार्टी के सचिव और पूर्व विधायक किरण पावस्कर ने भी इसका दावा किया है। उन्होंने कहा है कि कोविड घोटाले में सूरज चव्हाण और अन्य लोगों की जांच का तार निश्चित रूप से आदित्य ठाकरे तक पहुंचने वाले हैं। वहीं इस मामले में आदित्य ठाकरे ने बीजेपी की केंद्र सरकार को एक बार फिर निशाने पर लिया है। आदित्य ठाकरे ने कहा कि सरकार केंद्रीय एजेंसी का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने बीजेपी को कायर करार दिया....Politics intensifies on investigation of BMC scam in Maharashtra.....

किरण पावस्कर ने कहा कि कोविड घोटाले की जांच अब तक हो जानी चाहिए थी, लेकिन महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अब तक धैर्य रखा है। पावस्कर ने कहा कि बीएमसी में हुए कोविड घोटाले की कार्रवाई पिछले साल दर्ज की गई शिकायत के आधार पर की जा रही है। इसलिए 1 जुलाई के मोर्चे का इस कार्रवाई से कोई लेना-देना नहीं है....Politics intensifies on investigation of BMC scam in Maharashtra...
शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वह डरी हुई है और कायरों की तरह लड़ रही है। उन्होंने यह टिप्पणी कोविड-19 देखभाल केंद्र स्थापित करने में कथित अनियमितताओं को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई किए जाने के बीच आई है। राज्य के पूर्व पर्यावरण मंत्री ने दावा किया कि बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) में कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ शिवसेना (यूबीटी) के एक जुलाई के विरोध मार्च के कारण उनके करीबी सहयोगियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
आदित्य ठाकरे ने कहा, 'यह सरकार बहुत भयभीत है और वे केंद्रीय एजेंसियों का उपयोग करके कायरों की तरह लड़ रहे हैं। यदि आप लड़ना चाहते हैं, तो हम चुनाव का सामना करने के लिए तैयार हैं, लेकिन तब उन्हें युद्ध के मैदान में आना होगा। देश और दुनिया देख रही है कि राज्य में लोकतंत्र की हत्या कर दी गई है।' ठाकरे ने अपने सहयोगी और शिवसेना (यूबीटी) की युवा इकाई युवा सेना के सचिव सूरज चव्हाण से मुलाकात भी की। ईडी ने बुधवार को चव्हाण के परिसरों की तलाशी ली थी....Politics intensifies on investigation of BMC scam in Maharashtra....
ईडी ने जिन परिसरों की तलाशी ली गई उनमें आदित्य ठाकरे के सहयोगी सूरज चव्हाण और यूबीटी सांसद संजय राउत के पारिवारिक मित्र और व्यवसायी सुजीत पाटकर के साथ-साथ बीएमसी के दो वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल थे। एक उप नगर आयुक्त रमाकांत बिरादर का भी नाम है। यह भी उद्धव सरकार में करीबी रहे थे....Politics intensifies on investigation of BMC scam in Maharashtra....
ईडी के अधिकारियों ने कहा कि जिन लोगों की तलाशी ली गई उनके मोबाइल फोन की जांच से ऐसे संदेश सामने आए, जिनमें जयसवाल और सूरज चव्हाण भी शामिल थे। इस बातचीत में कोविड अनुबंध और भुगतान पर चर्चा की गई थी। आरोप है कि तत्कालीन महापौर के अलावा, यूबीटी पदाधिकारी सूरज चव्हाण ने अपनी चुनी गई कंपनियों को कई ठेके देने में अपने प्रभाव का इस्तेमाल किया था। आदित्य ठाकरे समर्थन व्यक्त करने के लिए चव्हाण के घर गए....Politics intensifies on investigation of BMC scam in Maharashtra....