मुंबई : शेयर ट्रेडिंग में मोटे मुनाफे का वादा करके 36.56 लाख रुपये ठगने वाले दो शातिर ठग गिरफ्तार
Mumbai: Two fraudsters arrested for duping people of Rs 36.56 lakh by promising huge profits in share trading
मुंबई पुलिस ने एक महिला को शेयर ट्रेडिंग में मोटे मुनाफे का वादा करके 36.56 लाख रुपये ठगने वाले दो शातिर ठगों को गिरफ्तार कर लिया. दोनों आरोपी एक ऑनलाइन ठगी रैकेट के सदस्य हैं. अब पुलिस इस रैकेट में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है. इस मामले की जानकारी मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने दी.
मुंबई : मुंबई पुलिस ने एक महिला को शेयर ट्रेडिंग में मोटे मुनाफे का वादा करके 36.56 लाख रुपये ठगने वाले दो शातिर ठगों को गिरफ्तार कर लिया. दोनों आरोपी एक ऑनलाइन ठगी रैकेट के सदस्य हैं. अब पुलिस इस रैकेट में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है. इस मामले की जानकारी मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने दी. मुंबई में उत्तरी क्षेत्र साइबर पुलिस के अनुसार, आरोपी पंकज प्रभाकर लोहार और धर्मेश धीरजलाल चावड़ा साइबर जालसाजों के संपर्क में थे और उन्होंने अपराध को अंजाम देने के लिए उन्हें कई बैंक खाते उपलब्ध कराए थे.
शिकायतकर्ता गोरेगांव की रहने वाली है और कई सालों से शेयरों में निवेश कर रही है. पिछले साल दिसंबर में उसे सोशल मीडिया पर शेयर ट्रेडिंग से जुड़ा एक विज्ञापन दिखा था. लिंक पर क्लिक करने पर वह एक व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ गई थी, जहां शेयर ट्रेडिंग पर चर्चा और दैनिक टिप्स शेयर किए जा रहे थे. उत्तरी क्षेत्र साइबर पुलिस के अनुसार, आरोपी पंकज प्रभाकर लोहार और धर्मेश धीरजलाल चावड़ा साइबर जालसाजों के संपर्क में थे और उन्होंने अपराध को अंजाम देने के लिए उन्हें कई बैंक खाते उपलब्ध कराए थे. पुलिस अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि शिकायतकर्ता गोरेगांव की रहने वाली है और कई सालों से शेयरों में निवेश कर रही है. पिछले साल दिसंबर में उसे सोशल मीडिया पर शेयर ट्रेडिंग से जुड़ा एक विज्ञापन दिखा था. लिंक पर क्लिक करने पर वह एक व्हाट्सएप ग्रुप में जुड़ गई थी, जहां शेयर ट्रेडिंग पर चर्चा और दैनिक टिप्स शेयर किए जा रहे थे.
पुलिस अफसर ने कहा कि उस ग्रुप में कई सदस्य थे, जिनमें से कई ने महत्वपूर्ण रिटर्न कमाया था, जिससे विश्वसनीयता की भावना पैदा हुई. उसे एक खाता सौंपा गया था, जिसके माध्यम से उसने 36.56 लाख रुपये का निवेश किया. कुछ समय बाद, ऐप ने उसके खाते में 2.82 करोड़ रुपये का लाभ दिखाया. हालांकि, वो महिला यह रकम नहीं निकाल सकी.
पुलिस ने कहा कि जब इस व्हाट्सएप ग्रुप के एडमिन से संपर्क करने के उसके सभी प्रयास विफल हो गए, तो उसने साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल और उत्तर क्षेत्र साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस अधिकारी ने कहा कि इस संबंध में एक मामला दर्ज किया गया और जांच लोहार और चावड़ा पर केंद्रित हो गई. मामले का मुख्य आरोपी अभी भी फरार है और उसे पकड़ने के प्रयास जारी हैं.


