द्वारका एक्सप्रेस-वे की सीएजी रिपोर्ट पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की चुनौती
Union Minister Nitin Gadkari's challenge on the CAG report of Dwarka Expressway
.jpeg)
देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) में अगले महीने (सितंबर) को होने वाले प्रतिष्ठित जी-20 शिखर सम्मेलन (Prestigious G-20 Summit) से पहले इंडिया टुडे ग्रुप के हिंदी चैनल आज तक ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया। जिसमें केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Union Minister Nitin Gadkari) ने सड़क परिवहन (Road Transport) और राजमार्ग (Highways) के क्षेत्र में हो रहे विकास के बारे में विस्तार से बताया।
उन्होंने कहा कि हम दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था हैं। हम अभी अर्थव्यवस्था में पांचवें नंबर पर हैं। प्रधानमंत्री मोदी का सपना है कि देश तीसरे नंबर पर पहुंचे। इसीलिए विशेषकर बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में तेजी से विकास किया जा रहा है। देश सड़क मार्ग और जलमार्ग जैसे बुनियादी ढांचे में तेजी से आगे बढ़ रहा है। हम कुछ तकनीकों का विक कर रहे हैं और कुछ तकनीकें ऐसी भी हैं जिनका उपयोग दूसरे देशो न किया है और हम भी उनका उपयोग कर रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि कई जी-20 देश ऐसे हैं, जिनकी लॉजिस्टिक्स बहुत कम है। यूरोपीय देशों में 12 फीसदी है। चीन के पास 8 से 10 फीसदी है। हमारे पास 16 फीसदी है। उन सभी से बातचीत के आधार पर अब हम भी सिंगल डिजिट में आना चाहते हैं। हम ईंधन बदल रहे हैं। इलेक्ट्रिक वाहनों को भी प्राथमिकता दी जा रही है।
द्वारका एक्सप्रेस-वे को लेकर क्या बोले केंद्रीय मंत्री ? केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इसी बातचीत में द्वारका एक्सप्रेस-वे पर कैग की हालिया रिपोर्ट पर अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा, द्वारका एक्सप्रेस-वे कुल 29 किलोमीटर का है और इसमें कुल 8 लेन है। उन्होंने कहा, द्वारका एक्सप्रेस-वे कुल 29 किलोमीटर का है और इसमें कुल 8 लेन है। डीपीआर में भी इस हाईवे को बनाने में 18 किलोमीटर के लिए उन्होंने 250 करोड़ रुपये खर्च किए। ये जो हाईवे बनाया गया है वो स्टेट ऑफ ऑर्ट फैसिलिटी से बनाया गया है।
इस प्रोजेक्ट की लेंथ 29 किलोमीटर है। अगर मैं लेन वाइज बात करूं 563 किमी है। इतना ही नहीं इसमें 6 लेने टनल भी बनाई गई है। ह इसको 12 प्रतिशत की बचत की है। समस्या यह हुई कि इसमें 206 किमा नहीं बल्कि 230 किमी है। हमने कैग के अधिकारियों से यह बात बताई जिस पर वह कन्विंश भी हुए थे लेकिन लिखित में हम उनसे यह बात क भूल गए जिस वजह से यह रिपोर्ट आई।
तो जो सजा मंजूर
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, मीडिया से लेकर विपक्ष के मित्र तक इस प्रोजेक्ट की जांच कर सकते हैं अगर उनको कहीं भी गडबड़ी दिखती है तो वह जो सजा मंजूर हो मुझे सुना सकते हैं। उन्होंने कहा कि मैं अब तक इस सरकार में 50 हजार करोड़ रुपये से अधिक के हाईवे बना चुका हूं, या बनाने का काम कर रहा हूं।