tops
<% catList.forEach(function(cat){ %> <%= cat.label %> <% }); %>
<%- node_title %>
Published On
By <%= createdBy.user_fullname %>
<%- node_title %>
Published On
By <%= createdBy.user_fullname %>
<% if(node_description!==false) { %> <%= node_description %>
<% } %> <% catList.forEach(function(cat){ %> <%= cat.label %> <% }); %>
Read More... मुंबई : भ्रष्टाचार के मामले में महाराष्ट्र देश में सबसे ऊपर
Published On
By Online Desk
देश में भ्रष्टाचार कम करने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें कई कदम उठा रही हैं, लेकिन भ्रष्टाचार कम होने के बजाय बढ़ता ही जा रहा है। हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा जारी एनसीआरबी रिपोर्ट से पता चला है कि २०२३ में भी भ्रष्टाचार के मामले में महाराष्ट्र देश में सबसे ऊपर है। २०२३ में देशभर में कुल १,१३९ भ्रष्टाचार के मामले सामने आए हैं, जिनमें ७६३ महाराष्ट्र में दर्ज किए गए। भ्रष्टाचार की इस सूची में उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर है। महायुति सरकार के मंत्रियों के आए दिन भ्रष्टाचार के मामले उजागार होते रहते हैं। हालांकि, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस तत्काल मंत्रिमंडल के मंत्रियों को क्लीनचिट देने में तत्परता बरतते हैं, लेकिन हाल ही में जारी एनसीआरबी रिपोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार के भ्रष्टाचार की पोल खोल दी है। एनसीआरबी की रिपोर्ट जारी होने के बाद विपक्षी दलों के नेताओं ने सरकार पर हमला बोलना शुरू कर दिया है। मुंबई : हाउसिंग मार्केट में मजबूती; मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन ने शीर्ष स्थान हासिल किया
Published On
By Online Desk
वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं और भू-राजनीतिक तनावों के बीच भी भारत के हाउसिंग मार्केट ने 2025 की तीसरी तिमाही में मजबूती दिखाई। इस दौरान कुल बिक्री मूल्य सालाना आधार पर 14% बढ़कर 1.33 लाख करोड़ रुपये से 1.52 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया। रिपोर्ट के अनुसार, आय में सुधार, शहरीकरण और घर खरीदने की बढ़ती चाहत ने इस उछाल को सपोर्ट किया है। हालांकि, बिक्री की मात्रा 9% घटकर 97,080 यूनिट रह गई, जो 2024 की समान अवधि में 1.07 लाख थी। यह संकेत देता है कि रियल एस्टेट सेक्टर अभी भी चुनौतियों से जूझ रहा है। कुत्तों के काटने के मामले में महाराष्ट्र टॉप पर
Published On
By Online Desk
मुंबई: केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने कहा है कि देश में कुत्तों के काटने की घटनाएं इस वर्ष 26.5 प्रतिशत की दर से बढ़ी हैं। वर्ष 2022 में जहां ऐसी 21.8 लाख घटनाएं हुई थीं, वहीं इस वर्ष इनकी संख्या 27.5 लाख रही। 