पुणे : ऐतिहासिक शिवनेरी किले में मधुमक्खियों के हमले से अफरा-तफरी मच गई
Pune: Panic due to bee attack in historic Shivneri fort
By: Online Desk
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पुणे जिले में स्थित ऐतिहासिक शिवनेरी किले में मधुमक्खियों के हमले से अफरा-तफरी मच गई. इस हमले में लगभग करीब 60 लोग घायल हो गए हैं. वन विभाग के एक अधिकारी ने इस घटना की जानकारी दी. शिवनेरी किला महान मराठा शासक छत्रपति शिवाजी महाराज की जन्मस्थली है और पुणे से करीब 90 किलोमीटर दूर जुन्नार तहसील में स्थित है. यह ऐतिहासिक स्थल हर दिन सैकड़ों पर्यटकों को आकर्षित करता है.
पुणे : पुणे जिले में स्थित ऐतिहासिक शिवनेरी किले में मधुमक्खियों के हमले से अफरा-तफरी मच गई. इस हमले में लगभग करीब 60 लोग घायल हो गए हैं. वन विभाग के एक अधिकारी ने इस घटना की जानकारी दी. शिवनेरी किला महान मराठा शासक छत्रपति शिवाजी महाराज की जन्मस्थली है और पुणे से करीब 90 किलोमीटर दूर जुन्नार तहसील में स्थित है. यह ऐतिहासिक स्थल हर दिन सैकड़ों पर्यटकों को आकर्षित करता है.
'पत्थर फेंकने के बाद भड़कीं मधुमक्खियां'
जुन्नार वन रेंज के अधिकारी प्रदीप चव्हाण ने बताया कि यह घटना किले में स्थित शिवई मंदिर के पास हुई. उन्होंने कहा, "प्रारंभिक जांच और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कुछ युवकों के समूह ने मधुमक्खियों के छत्ते पर पत्थर फेंके, जिससे मधुमक्खियां भड़क गईं और उन्होंने वहां मौजूद लोगों पर हमला कर दिया."
खतरे से बाहर हैं घायल- अधिकारी
हमले में लगभग 60 लोग मधुमक्खियों के डंक का शिकार हुए, जिनमें से 50 को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया. चव्हाण ने बताया कि सभी घायलों का इलाज कर दिया गया और वे खतरे से बाहर हैं. अस्पताल प्रशासन ने पुष्टि की कि सभी घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई. इस घटना के बाद प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे जंगलों और किलों के आसपास सतर्कता बरतें और प्राकृतिक संरचनाओं को नुकसान न पहुंचाएं. स्थानीय प्रशासन और वन विभाग द्वारा किले के क्षेत्र में सुरक्षा उपायों को बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हो सके.
शिवनेरी किला का महत्व
शिवनेरी किला न केवल अपने ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि प्राकृतिक सौंदर्य और ऐतिहासिक संरचनाओं के कारण भी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना रहता है. प्रशासन ने लोगों से अनुरोध किया है कि वे इस ऐतिहासिक धरोहर का सम्मान करें और वहां की प्राकृतिक संपदा को सुरक्षित रखने में सहयोग करें.

