मुंबई और उसके करीबी परिसर को टूरिज्म हब के तौर पर विकसित करने का प्लान
Plan to develop Mumbai and its surrounding areas as a tourism hub
मुंबई और उसके करीबी परिसर को टूरिज्म हब के तौर पर विकसित करने का प्लान सरकार ने बनाया है। MMR को टूरिज्म हब बनाकर विदेशी पर्यटकों की संख्या में 4 गुना इजाफा करने का प्लान है। सैलानियों को आकर्षित करने के लिए MMR के कोस्टल एरिया को विकसित किया जाएगा। इसके साथ ही तट के करीब विश्वस्तरीय सुविधा वाले होटल, फोर्ट सर्किट, फ्लेमिंगो टूरिज्म, सेंट्रल पार्क, स्पोर्ट्स एकेडमी, एडवेंचर पार्क, क्रूज टर्मिनल और सी स्पोर्ट को बढ़ावा देने की योजना है।
मुंबई : मुंबई और उसके करीबी परिसर को टूरिज्म हब के तौर पर विकसित करने का प्लान सरकार ने बनाया है। MMR को टूरिज्म हब बनाकर विदेशी पर्यटकों की संख्या में 4 गुना इजाफा करने का प्लान है। सैलानियों को आकर्षित करने के लिए MMR के कोस्टल एरिया को विकसित किया जाएगा। इसके साथ ही तट के करीब विश्वस्तरीय सुविधा वाले होटल, फोर्ट सर्किट, फ्लेमिंगो टूरिज्म, सेंट्रल पार्क, स्पोर्ट्स एकेडमी, एडवेंचर पार्क, क्रूज टर्मिनल और सी स्पोर्ट को बढ़ावा देने की योजना है। MMR के 300 किमी लंबे कोस्टल एरिया को विश्वस्तरीय बनाने का प्लान राज्य सरकार की तरफ से केंद्र सरकार के पास भेजा गया है। MMR मुंबई, ठाणे, रायगढ़ और पालघर तक फैला हुआ है। इस परिसर में करीब 300 किमी लंबा समुद्री किनारा है। यहां पहले से 20 से 25 बीच हैं।
हर साल आते हैं 15 लाख विदेशी पर्यटक
समुद्री किनारों को विकसित करने की अपार संभावना को देखते हुए सरकार ने परिसर को टूरिज्म हब के तौर पर विकसित करने का प्लान नीति आयोग को दिया है। मौजूदा समय में MMR में हर साल 15 लाख विदेशी सैलानी पहुंचते हैं। अब विदेशी सैलानियों की संख्या 50 करने का लक्ष्य रखा गया है। साथ ही यहां आने वाले सैलानियों के ठहरने की अवधि को भी दोगुना करने का लक्ष्य है। रिपोर्ट के अनुसार, मौजूदा समय में यहां घूमने वाला पर्यटक सामान्य तौर एक से दो दिन रुकता है।
8 बीच बनेंगे फ्रंट टूरिज्म!
- मुंबई के विभिन्न इलाकों की अलग-अलग खूबी है। इन खूबियों को ध्यान में रखते हुए विकास का प्लान तैयार किया गया है।
- गोराई और मढ़ बीच के करीब दशकों से फिल्मों की शूटिंग होती आ रही है। साथ ही बीच के करीब बुद्ध धर्म का धार्मिक स्थल है। बड़ी संख्या में यहां लोग ध्यान करने लिए आते हैं।
-गोराई और मढ़ की इन दो खूबियों को ध्यान में रखते हुए बीच को इंटरटेंमेंट और स्पिरिचुअल वेलनेस टूरिज्म के तौर पर विकसित किया जाएगा।
- अलीबाग को वर्ल्ड क्लास टूरिज्म सिटी तौर पर तैयार किया जाएगा। अलीबाग, पालघर और वसई परिसर में और 6 से 8 बीच को बीच फ्रंट टूरिज्म के तौर पर विकसित किया जाएगा। इसमें अलीबाग के शिरगांव, एडवान बीच और पालघर का भुईगांव शामिल हैं। इसके लिए यहां वॉटर स्पोर्ट्स समेत अन्य सुविधा विकसित की जाएंगी।

