मध्य रेल ने एसी कोच के यात्रियों को बेडशीट और हैंड टॉवेल देने के लिए ईको फ्रेंडली व टिकाऊ बैग का उपयोग किया जाएगा
Central Railway to use eco-friendly and sustainable bags to provide bedsheets and hand towels to AC coach passengers
मध्य रेल्वे ने मेसर्स आधार कार्पोरेशन लिमिटेड के सहयोग से यात्रियों के अनुभव में बदलाव लाने एक महत्वपूर्ण उपक्रम शुरु किया है. मध्य रेल ने एसी कोच के यात्रियों को बेडशीट और हैंड टॉवेल देने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली पारंपरिक कागजों की थैली बदलकर ईको फ्रेंडली व टिकाऊ बैग का उपयोग किया जाएगा. यह बैग दोबारा उपयोग में लाई जा सकेगी.
पारंपरिक व खाकी कलर की पेपर की थैली में बेडरोल एसी कोच के यात्रियों को दिया जाता है. इस पेपर बैग के इस्तेमाल से रेलवे का खर्च बढ़ रहा है. यह पेपर बैग केवल एक बार के इस्तेमाल में काम आती है. बाद में कचरा पेटी में फेंकनी पड़ती है. मेसर्स आधार कार्पोरेशन लि. ने कागज की थैलियों का इस्तेमाल बंद करने का सुझाव दिया. पेपर की थैलियों के उत्पादन के लिए पेड़ काटने की मात्रा भी कम होगी. यात्रियों को लंबी यात्रा के बाद घर ले जाने वाली
पर्यावरणपूरक टिकाऊ और दोबारा इस्तेमाल योग्य थैलियां देने का प्रस्ताव दिया. यह थैलियां शुरुआत में पारंपरिक क्राफ्ट कवर से अधिक महंगी हैं. फिर भी आपूर्तिकर्ता ने मध्य रेल्वे को यह थैलियां मुफ्त में देने की तैयारी दिखाई है. शर्त केवल इतनी रखी है कि इन थैलियों पर विज्ञापन के लिए विशेष अधिकारी मध्य रेल द्वारा दिए जाए.
यह अभिनव प्रस्ताव मध्य रेल ने स्वीकार कर लिया है. फिलहाल यह प्रकल्प प्रायोगिक तौर पर शुरु किया गया है. शुरुआत में मुंबई से छूटने वाली ट्रेनों में मेसर्स आधार कार्पोरेशन लिमिटेड द्वारा मध्य रेल को सालाना करीबन 1 करोड़ बैग उपलब्ध करने का यह उपक्रम सफल रहा. इस व्यवस्था से कागजों की थैलियों की खरीदी पर होने वाला 1.5 करोड़ रुपए का खर्च बचेगा. इसके अलावा यात्रियों को पर्यावरणपूरक थैलियों में लिनेन की चादरें मिलेगी. जिससे उनकी रेल यात्रा का अनुभव और सुखद होगा.

