महाराष्ट्र के आलंदी में तीर्थयात्रियों पर लाठीचार्ज, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस का इनकार, बोले-विपक्ष कर रहा राजनीति
Lathi Charge on pilgrims in Alandi, Maharashtra....
पिम्परी चिंचवड़ पुलिस कमिश्नर विनय चौबे ने बताया कि आलंदी में कोई लाठीचार्ज नहीं हुआ है. कुछ लोग मंदिर में जबरन घुसने की कोशिश कर रहे थे. कुछ स्थानीय लोगों ने घुसने की कोशिश की.
मुंबई: Solapur district के आलंदी में ज्ञानेश्वर माऊली की पालकी की यात्रा शुरू हुई. उसी समय वारकरी और पुलिसवालों में किसी बात को लेकर बहसबाजी हुई. इस पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. वहीं, इस मामले पर महाराष्ट्र के Deputy CM देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि आलंदी में किसी तरह का लाठीचार्ज नहीं हुआ है. थोड़ी धक्का-मुक्की जरूर हुई है. उन्होंने बताया कि 400 से 500 के आसपास युवा वारकरी में बैरिकेड तोड़ने की कोशिश की थी. पुलिस द्वारा उनको रोकने की कोशिश की गई. इस मामले में पुलिस को भी थोड़ी सी चोट लगी है.
डिप्टी सीएम ने कहा कि वीडियो भी देखें तो उसमें लाठीचार्ज नहीं हुआ है. उनको रोकने की कोशिश की गई है. फिलहाल अब स्थिति शांत है. साथ ही उन्होंने कहा कि पूरी घटना को गंभीरता से देखा जा रहा है. कोई भी राजनीतिक पार्टी इस विषय को लेकर राजनीति न करें.

Shinde और Fadnavis को देना चाहिए इस्तीफा- कांग्रेस
इस मामले में कांग्रेस ने कहा कि सैकड़ों साल से महाराष्ट्र में चल रही वारकरी परम्परा को दाग लगाने का काम शिंदे- फड़नवीस की सरकार ने किया है. जिस तरह से निहत्थे लोगों पर लाठीचार्ज किया गया है. कांग्रेस ने इस चीज का विरोध किया. (Pilgrims in Alandi)इसके साथ ही कांग्रेस ने कहा कि शिंदे और फडणवीस को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.
पिम्परी चिंचवड़ Police Comissioner Vinay Chaubey ने बताया कि आलंदी में कोई लाठीचार्ज नहीं हुआ है. कुछ लोग मंदिर में जबरन घुसने की कोशिश कर रहे थे. कुछ स्थानीय लोगों ने घुसने की कोशिश की.(Pilgrims in Alandi) बैरिकेट पर भी चढ़ने की कोशिश की. उन्हें बल प्रयोग के जरिए जबरन हटाया गया. जिसमें कुछ भगदड़ हुई थी. कुछ महिलाएं बेहोश हो गई थीं. एक बार फिर उन्होंने दोहराया कि कोई लाठीचार्ज नहीं हुआ है. साथ ही पुलिस अधिकारी चौबे ने कहा कि महाराष्ट्र की इस उच्च परंपरा पर दाग लगाने की कोशिश न की जाए.(Pilgrims in Alandi)

