उद्धव गुट के नेता संजय राउत को विवादित बोल पर सफाई देने के लिए मिला एक और मौका...
Sanjay Raut, the leader of the Uddhav group, got another chance to clarify on the controversial speech...
चुनाव आयोग ने एकनाथ शिंदे गुट को ही असली शिवसेना करार देते हुए नाम और चुनाव चिन्ह दोनों ही सौंप दिया है. इसके बाद से शिवसेना उद्धव गुट के नेता काफी नाराज है. ये लोग बगावत करने वाले नेताओं को दगाबाज कहने के साथ ही इसे बहुमत की चोरी करार देते हुए लगातार चुनाव कराकर नई सरकार बनाने की चुनौती दे रहे हैं. इसके साथ ही दोनों गुटों की ओर से एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी का दौर भी चल रहा है.
महाराष्ट्र : महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने बुधवार को शिवसेना के नेता संजय राउत को बड़ी राहत दी. उन्होंने बताया कि राउत की ओर से एक विवादित टिप्पणी पर स्पष्टीकरण देने के लिए और समय की मांग के आग्रह को स्वीकार कर लिया गया है. हालांकि, विधानसभा अध्यक्ष ने यह नहीं बताया कि राउत को और कितना समय दिया गया है. दरअसल, राउत ने पिछले दिनों कोल्हापुर में पत्रकारों से बातचीत में कथित तौर पर महाराष्ट्र विधायिका को चोर मंडल कहा था. इको लेकर विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ था. नार्वेकर ने उस समय कहा था कि मुद्दा बेहद गंभीर है और यह विधायिका, इसके सदस्यों और राज्य के लोगों का अपमान है.
उन्होंने कहा था कि इस मामले में विस्तृत जांच की आवश्यकता है.इसके साथ ही नार्वेकर ने राउत को एक मार्च को कहा गया था कि वह तीन मार्च तक इस मामले में अपना जवाब दें. दरअसल, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली राज्य की महाविकास अघाड़ी सरकार से एकनाथ शिंदे गुट की बागवत के बाद ठाकरे की सरकार चली गई थी. इसके बाद एकनाथ शिंदे ने पार्टी को दो फाड़ कर बीजेपी से गठबंधन कर सरकार बना ली थी.
वहीं, चुनाव आयोग ने एकनाथ शिंदे गुट को ही असली शिवसेना करार देते हुए नाम और चुनाव चिन्ह दोनों ही सौंप दिया है. इसके बाद से शिवसेना उद्धव गुट के नेता काफी नाराज है. ये लोग बगावत करने वाले नेताओं को दगाबाज कहने के साथ ही इसे बहुमत की चोरी करार देते हुए लगातार चुनाव कराकर नई सरकार बनाने की चुनौती दे रहे हैं. इसके साथ ही दोनों गुटों की ओर से एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी का दौर भी चल रहा है.
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