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चीन समेत कई देशों में एक बार फिर कोरोना की दहशत... सरकार अलर्ट मोड पर!
Corona panic once again in many countries including China... Government on alert mode!
चीन समेत कई देशों में कोरोना ने एक बार फिर से दहशत पैâला दी है। इससे हिंदुस्थान भी दहशत के साए में है। हालांकि देश में पूरी तरह से सतर्कता बरती जा रही है। केंद्र सरकार अलर्ट मोड पर है। कल केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को चिट्ठी लिखकर नए निर्देश दिए हैं।
मुंबई : चीन समेत कई देशों में कोरोना ने एक बार फिर से दहशत पैâला दी है। इससे हिंदुस्थान भी दहशत के साए में है। हालांकि देश में पूरी तरह से सतर्कता बरती जा रही है। केंद्र सरकार अलर्ट मोड पर है। कल केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को चिट्ठी लिखकर नए निर्देश दिए हैं।
पत्र में कहा गया है कि देश में भले ही कोरोना की रफ्तार कम है, फिर भी आनेवाली चुनौतियों का सामना करने के लिए हमें सुसज्जित रहना चाहिए। इसीलिए ऑक्सीजन आपूर्ति पर्याप्त हो। साथ ही वेंटिलेटर और ऑक्सीजन आपूर्ति करने वाली तकनीकें सुव्यवस्थित हों यह सुनिश्चित करें।
चीन, जापान, दक्षिण, कोरिया, हांगकांग और थाईलैंड जैसे देशों से आने वाले यात्रियों के लिए आरटीपीसीआर टेस्ट को अनिवार्य कर दिया गया है। यह जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडवीया ने दी। उन्होंने आदेश दिया है कि जांच में किसी यात्री में कोरोना के लक्षण दिखाई देते हैं और रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो उसे क्वॉरंटीन किया जाए।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के विशेषज्ञ अनिल गोयल ने विश्वास व्यक्त किया है कि देश में फिर से लॉकडाउन लगाने की नौबत नहीं आएगी। चीन की तुलना में हिंदुस्थान में लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत ही अच्छी है। देश की ९५ फीसदी आबादी में कोरोना से लड़ने के लिए जरूरी हर्ड इम्युनिटी तैयार हो गई है।
कोरोना संकट फिर से डरा रहा है। ऐसे में बूस्टर डोज को लेकर उदासीनता चिंता का विषय बन गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार देश में ७५ फीसदीr लोगों ने अभी तक बूस्टर डोज नहीं लिया है। राज्यों की बात करें तो एक भी राज्य ने बूस्टर डोज का ५० फीसदी का आंकड़ा पार नहीं किया है। तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और ओडिशा में ४० फीसदी से अधिक लोगों ने बूस्टर डोज ले लिया है।
देश के सभी राज्यों के प्रमुख अस्पतालों में मंगलवार को मॉक ड्रिल आयोजित किया जाएगा। इस तरह का निर्देश केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने दिया है। मुख्य रूप से ऑक्सीजन प्लांट और वेंटिलेटर सुविधाओं को लेकर यह मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी। साल २०२० २१ मई कोरोना लहर के दौरान ऑक्सीजन और वेंटिलेटर के अभाव में हजारों मरीजों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। इसे देखते हुए अब विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
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