विभिन्न सार्वजनिक स्थानों से अवैध हॉकरों के अतिक्रमण को हटाने लिए बीएमसी ने अपनाया सख्त रूख...
BMC adopts strict approach to remove encroachment of illegal hawkers from various public places
मुंबई : दक्षिण मुंबई में हॉकरों से निपटने के लिए, बृहन्मुंबई नगर निगम ने कमर कस ली है. इसके लिए बीएमसी ने विभिन्न सार्वजनिक स्थानों से अवैध हॉकरों के अतिक्रमण को हटाने के लिए एनजीओ, और मैनपावर सप्लाई करने वाली फर्मों जैसी बाहरी एजेंसियों से मैनपावर नियुक्त करने की योजना बनाई है.
बता दें कि सैंडहर्स्ट रोड, डोंगरी और भिंडी बाजार जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों को कवर करने वाले बीएमसी के बी-वार्ड विभाग, ने इस सप्ताह की शुरुआत में एक सार्वजनिक नोटिस जारी किया था, जिसमें अतिक्रमण हटाने के लिए मैनपावर की नियुक्ति की मांग की गई थी.
बीएमसी के वार्ड कार्यालय ने जारी किए गए सार्वजनिक नोटिस में कहा है कि वह आठ वॉलंटियर्स को नियुक्त करेगा जिन्हें डेली बेसिस पर 680 रुपये का भुगतान किया जाएगा और अनुबंध की अवधि पांच महीने तक चलेगी.
बीएमसी ने प्रस्ताव में यह भी स्पष्ट कर दिया है कि ब्लैक लिस्टेड फर्मों को ठेका लेने से रोक दिया जाएगा. नागरिक निकाय ने यह भी उल्लेख किया कि यदि वॉलंटियर्स को उन्हें आवंटित निर्दिष्ट क्षेत्र में नहीं देखा जाता है, तो एनजीओ / सप्लायर एजेंसी पर 200 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा.
वहीं नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में आठ वॉलंटियर्स को नियुक्त किया जाएगा. दो शिफ्ट लगाई जाएंगी और प्रत्येक शिफ्ट में 4-4 वॉलंटियर्स होंगे.
अधिकारी ने कहा कि, “हम अवैध फेरीवालों और अतिक्रमणों के खिलाफ एक आक्रामक रुख अपना रहे हैं ताकि पैदल चलने वालों को राहत मिले. हमने कुछ जगहों को चिन्हित किया है, जहां से हमारा अभियान शुरू होगा.
इसी के साथ बता दें कि एडिशनल म्यूनिसिपल कमिश्नर (शहर) आशीष शर्मा ने कहा कि वह मुंबई में हॉकरों की समस्या से निपटने के लिए आक्रामक रुख अपनाएंगे.
बता दें कि पिछले महीने, शर्मा ने सभी वार्ड अधिकारियों को अपने-अपने वार्डों में अतिक्रमित फुटपाथों और सार्वजनिक स्थानों की पहचान करने के लिए एक सर्वे करने के भी निर्देश दिए थे.
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