अकोला जिले के किसान बड़े पैमाने पर कर रहे है तरबूज की खेती, जताई अच्छे मुनाफे की उम्मीद

अकोला जिले के किसान बड़े पैमाने पर कर रहे है तरबूज की खेती, जताई अच्छे मुनाफे की उम्मीद

महाराष्ट्र : प्रकृति की बेरुखी से न सिर्फ खरीफ की फसल को नुकसान पहुंचाया है. बल्कि बदलते वातावरण और बेमौसम बारिश ने रबी कि फसल को भी बड़े पैमाने पर प्रभावित किया है. इस बार मुख्य फसल से किसानों को निराशा हाथ लगी, ऐसी परिस्थितियों में भी किसानों द्वारा अपना उत्पादन बढ़ाने के लिए एक से अधिक प्रयास किए गए हैं. इन्हीं में से एक तरबूज की खेती अकोला जिले में जहां एक तरफ रबी की बुवाई हो रही थी ।

वहीं दूसरा किसान तरबूज कि खेती कर रहे थे अब रबी सीजन की फसल जोरों पर है जबकि तरबूज की कटाई हो चुकी है इसके अलावा, इस साल गर्मियों की शुरुआत से पहले ही तरबूज की मांग बढ़ रही है जिसके चलते किसान पारंपरिक खेती से ज्यादा बागवानी पर ज़ोर दे रहे है.क्योंकि इस साल खरीफ और रबी सीजन की मुख्य फसलों से किसानों को नुकसान हुआ था. अब दो महीने में बाज़ारों में तरबूज जाने को तैयार है और किसानों ने उम्मीद जताई है कि इससे आय में वृद्धि होगी ।

Read More महिलाओं के खाते में खटाखट आएंगे 1500 रुपये... 14 अगस्त को सरकार लाडली बहनों को दे सकती है सौगात

सबसे ज्यादा किस जिले में होती है इसकी खेती तरबूज एक मौसमी फसल है पहले तरबूज की खेती केवल नदी घाटियों में की जाती थी लेकिन समय बीतने के साथ, किसानों ने सिंचित और सूखा भूमि का चयन करके तरबूज के फसलों की खेती शुरू कर दी है अधिकांश खेती अकोला जिले के अकोट, तेलहारा तालुका के कुछ हिस्सों में उगाई जाती है वर्तमान में अकोला जिले में सबसे ज्यादा300 हेक्टेयर में तरबूज की खेती की जाती है अब फरवरी के अंतिम सप्ताह से आवक शुरू होने की उम्मीद है ।

Read More अधिवेशन में कार्यकर्ताओं से देवेंद्र फडणवीस का वादा, महायुति का बनेगा मुख्यमंत्री...

अब रोपण से पहले बाजार की भविष्यवाणी करते है किसान किसान अब व्यवसायी हो गए हैं खेती सिर्फ खेती के लिए ही नहीं बल्कि उस फसल से चार पैसे कमाने के दाम पर भी ध्यान दिया जा रहा है तरबूज कि सबसे ज्यादा डिमांड गर्मियों के मौसम में होती है साथ ही यह फसल दो से ढाई महीने तक चलती है जिसके अनुसार किसानों ने दिसंबर में रोपण और मार्च के पहले सप्ताह में कटाई जैसे सभी कारकों पर विचार करने के बाद तरबूज की खेती शुरू कर दी है.अब उम्मीद है कि इससे उत्पादन बढ़ेगा.

Read More विधानसभा चुनाव में हम 12 सीट जीतकर दिखाएंगे - अबू आसिम आजमी 

किसान को दरों में वृद्धि कि है उम्मीद तरबूज एक मौसमी फसल है इसलिए हर साल इसकी काफी डिमांड रहती है इस साल भीषण ठंड के बावजूद नवंबर-दिसंबर में मांग बनी हुई थी,अब गर्मी शुरू हो रही है जिसमें और भी डिमांड होगी. फिलहाल इस समय तरबूज की कीमत 30 रुपये प्रति किलो के भाव से बिक रहा है.इसके अलावा अब इस साल कोरोना का कम खतरा है इसलिए, किसान कीमतों में और वृद्धि की भविष्यवाणी कर रहे हैं तरबूज की मांग हर साल जस की तस बनी हुई है किसान इस साल भी ऐसी ही मांग की उम्मीद कर रहे हैं.

Read More अबॉर्शन के बाद हुई प्रेमिका की मौत तो शख्स ने की शर्मनाक हरकत, शव के साथ बच्चों को भी नदीं में फेंका

Today's E Newspaper

Follow us on Dailyhunt

Dailyhunt Rokthok lekhani

Download Free Mobile App

Download Android App

Follow us on Google News

Google News

Post Comment

Comment List

Advertisement

Sabri Human Welfare Foundation

Join Us on Social Media

Latest News

पालघर में आश्रम की लड़की ने खुद को आग लगाकर की आत्महत्या ! पालघर में आश्रम की लड़की ने खुद को आग लगाकर की आत्महत्या !
पालघर जिले के जव्हार तालुक में देहरे (किरमिरा) आश्रम स्कूल की 17 वर्षीय लड़की ने खुद को आग लगाकर आत्महत्या...
वसई: चलती एसटी का पहिया उतरने की घटना... सौभाग्य से जानमाल का नुकसान होने से बच गया
मुंबई में बारिश का रेड अलर्ट... मौसम विभाग की चेतावनी !
11 के लिए 'पहली विशेष प्रवेश सूची' सोमवार, 5 अगस्त को सुबह 10 बजे ऑनलाइन की जाएगी जारी...
बीकेसी में एमटीएनएल-एलबीएस रूट एलिवेटेड रोड पर गड्ढे, ठेकेदार पर 50 लाख रुपये का जुर्माना...
महाराष्ट्र/ राज्य में एक लाख महिलाएं लापता... तलाश के लिए हाईकोर्ट में याचिका
कांदिवली के चारकोप इलाके में देखा गया सियार... बचाव दल को बुलाया गया

Advertisement

Sabri Human Welfare Foundation

Join Us on Social Media