ट्रैफिक जाम से निपटने के लिए ये है प्लान...फ्लाइंग बस लाने की तैयारी कर रहे नितिन गडकरी,

This is the plan to deal with the traffic jam... Gadkari is preparing to bring flying bus

ट्रैफिक जाम से निपटने के लिए ये है प्लान...फ्लाइंग बस लाने की तैयारी कर रहे नितिन गडकरी,

केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने ना सिर्फ पुणे बल्कि महाराष्ट्र के सभी बड़े शहरों में बढ़ते हुए ट्रैफिक जाम की समस्या से निपटने के लिए एक जबर्दस्त आइडिया बताया है.

महाराष्ट्र : केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने ना सिर्फ पुणे बल्कि महाराष्ट्र के सभी बड़े शहरों में बढ़ते हुए ट्रैफिक जाम की समस्या से निपटने के लिए एक जबर्दस्त आइडिया बताया है. पुणे में फ्लाइंग बस या ट्रॉली बस की योजना साकार हुई तो पुणे के लोगों को ट्रैफिक जाम की समस्या से छुटकारा मिलेगा.

यह बात केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आज (शुक्रवार, 2 सितंबर) पुणे में कही. उन्होंने आज पुणे के चांदनी चौक की ट्रैफिक की समस्या को लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. उन्होंने पुणे की ट्रैफिक समस्या से निपटने के उपाय बताते हुए फ्लाइंग बस का जिक्र किया.

पुणे से सातारा की ओर जाने वाली सड़क पर होने वाले ट्रैफिक जाम को कम करने के लिए उन्होंने चार मंजिलों वाली सड़क की योजना लाने की बात कही. उन्होंने कहा, ‘सातारा रोड पर एलिवेटेड रोड के निर्माण का प्लान है.

यानी नीचे एक सड़क होगी और उसके ऊपर दो फ्लाई ओवर होंगे और उसके भी ऊपर मेट्रो जैसा कोई मास रैपिड ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था होगी. इसके लिए मैंने प्रोजेक्ट तैयार करने का निर्देश दे दिया है.’

इसी दौरान नितिन गडकरी ने पुणे-बेंगलुरु ग्रीनफील्ड हाइवे की जानकारी भी दी,’पुणे-बेंगलुरू ग्रीनफील्ड हाइवे का फायदा यह होगा कि मुंबई से बेंगलुरु जाने वाली गाड़ियां पुणे में दाखिल होने की बजाए बाहर के रास्तों से ही निकल जाएंगी.

इससे मुंबई से बेंगलुरु साढ़े चार घंटों में और पुणे से बेंगलुरु साढ़े तीन घंटों में पहुंचा जा सकेगा. यह सड़क पश्चिम महाराष्ट्र के अकाल प्रभावित इलाकों से होकर गुजरेगी, इससे उन इलाकों के विकास का रास्ता भी खुलेगा.’

गडकरी ने कहा, ‘हम 165 रोप वे केबल कार का निर्माण कर रहे हैं. हमारे पास हवा में उड़े वाली बसें हैं. उनमें 150 लोग बैठ सकते हैं. वे ऊपर ही ऊपर जाती हैं. इस तरह अगर ऊपर ही ऊपर यातायात की शुरुआत हुई तो ट्रैफिक जाम से निजात मिलेगा.

ट्रॉली बस का भी एक विकल्प है. इसमें दो बसों को जोड़ा जाता है जो इलेक्ट्रिक केबल पर चलती हैं. इलेक्ट्रिक बस की कीमत सवा करोड़ है.

उसी क्षमता की ट्रॉली बस की बात करें तो उसकी कीमत 60 लाख रुपए है. अगर पुणे महानगरपालिका ऐसी कोई तैयारी दिखाती है तो हम पैसे की जरूरतें पूरी कर सकते हैं.’

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