मनपा प्रशासन का अजब कारभार… अब शिक्षको की नियुक्ति भी ठेके पद्धति पर
Rokthok Lekhani
मुंबई : मनपा प्रशासन अब पूरी तरह निजीकरण का दामन थाम लिया है। मनपा अब बच्चो के शिक्षा से भी खिलवाड़ करने के लिए कदम उठा दिया है।शिक्षको की नियुक्ति भी अब ठेके पर प्रति घंटे के अनुसार करने का निर्णय मनपा प्रशासन ने लिया है। ठेका पर पढ़ाने वाले शिक्षक कितना बच्चो पर ध्यान देंगे यह तो समय बताएगा। मनपा इन शिक्षको पर कार्रवाई कर भी बच्चो का भविष्य नहीं सुधार पाएगी।
उल्लेखनीय है कि मनपा प्रशासन ने मनपा स्कूलों में शिक्षको की संख्या को पूरा करने के लिए ठेके पर शिक्षको की नियुक्ति करने का निर्णय लिया है। मनपा लगभग 800 शिक्षको की नियुक्ति ठेका पद्धति पर करने का निर्णय लिया है।शिक्षको को मनपा 150 रुपया प्रति घंटा के आधार पर वेतन देगी। मनपा का कहना है कि प्रति दिन एक शिक्षक 6 घंटे भी क्लास लिया तो रोजाना का 900 रुपया वेतन होगा।
जिसके आधार पर शिक्षक को महीने का 24 से 25 दिन ड्यूटी करने पर महीने का 22 से 23 हजार वेतन मिलेगा। मनपा की मुंबई भर में कुल 1180 स्कूल है जिनमे लगभग 10 हजार शिक्षक बच्चो को शिक्षा देने का काम कर रहे है । मनपा प्रशासन द्वारा सीबीएससी आईसीएससी आदि के बोर्ड के स्कूल शुरू किया है जिससे मनपा स्कूलों में बच्चो की संख्या तेजी से बढ़ रही है।
इस साल मनपा के पास लगभग 1 लाख बच्चो की संख्या बढ़ी है। बच्चो की बढ़ती संख्या के कारण मनपा के पास शिक्षको की कमतरता होने लगी है।मनपा अब ठेके पर शिक्षको को ढूढने लगी है। स्कूल शुरू होकर एक माह का समय बीत गया है। मनपा को अब शिक्षको की कमत्तरता दिखाई पड़ रही है जिसके लिए शिक्षको की खोज में जुट गई है।
मनपा को डीएड, डीटीएंड, अथवा बीएड शिक्षको की जरूरत पड़ी है । इन शिक्षको के माध्यम से मनपा 1 से 10 वी तक के बच्चो को शिक्षा देने का निर्णय लिया है।इन शिक्षको की नियुक्ति मनपा 11 से 120 दिन के लिए शिक्षक का सेवा लेगी।
मनपा के उठाए इस कदम से अब यह सवाल खड़ा किया जा रहा है कि मनपा को क्या ठेके पर शिक्षक उच्च कोटि के मिलेंगे क्या।मनपा सिर्फ खानापूर्ति करने का काम कर रही है।ठेके पर शिक्षक लेकर बच्चो के शिक्षा से खिलवाड़ किए जाने का आरोप लगाया जा रहा है।
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