घरेलू गैस सिलिंडर पर फिर बढ़ा दिए ५० रुपए… एक हजार रुपए के पार
Rokthok Lekhani
मुंबई : केंद्र की मोदी सरकार ने एक बार फिर आम आदमी की जेब पर डाका डाला है। सरकार ने कल घरेलू गैस की कीमतों में एक बार फिर ५० रुपए की वृद्धि कर दी। इसके बाद मुंबई में इसकी कीमत १,०५२ रुपए हो गई है। इससे पहले से ही महंगाई से जूझ रहे आम आदमी के लिए खाना पकाना और महंगा हो गया है। कमर्शियल एलपीजी के बाद अब घरेलू एलपीजी सिलिंडर के दाम में भी इजाफा कर दिया गया है। शनिवार को १४.२ किलोग्राम के घरेलू गैस सिलिंडर के दाम में ५० रुपए की बढ़ोतरी की गई। यह वृद्धि शनिवार यानी ७ मई, २०२२ से ही प्रभावी हो गई है। अब राजधानी दिल्ली में १४.२ किलो के डॉमेस्टिक एलपीजी सिलिंडर की कीमत ९९९.५० रुपए प्रति सिलिंडर हो गई है। इससे पहले घरेलू एलपीजी के दाम गत २२ मार्च को ५० रुपए बढ़े थे। अप्रैल माह में इस सिलिंडर की कीमत में कोई इजाफा नहीं हुआ था।
बता दें कि उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों में चुनाव खत्म होने के बाद पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस के दामों में बढ़ोतरी तो शुरू हो ही गई थी। उसके बाद एलपीजी के दाम में भी बढ़ोतरी शुरू हो गई थी। इसी क्रम में २२ मार्च, २०२२ को घरेलू एलपीजी सिलिंडर के दाम में ५० रुपए की बढ़ोतरी की गई थी। उसके बाद दिल्ली में गैस सिलिंडर की कीमत ९४९.५० रुपए हो गई थी। घरेलू एलपीजी की कीमत में बढ़ोतरी के बाद बीते १ अप्रैल को १९ किलोवाले कमर्शियल एलपीजी गैस सिलेंडर के दाम में भारी बढ़ोतरी हुई थी। उस दिन इसका दाम २४९.५० रुपए प्रति सिलिंडर बढ़ा था। इसके बाद दिल्ली में इस सिलिंडर का दाम २,२५३ रुपए हो गया था। इसके बाद १ मई, २०२२ को भी कमर्शियल एलपीसी गैस सिलिंडर के भाव में १०४ रुपए प्रति सिलिंडर का इजाफा कर दिया था। उसके बाद १९ किलो वाले कमर्शियल गैस सिलेंडर का दाम बढ़कर २,३५५ रुपए प्रति सिलिंडर पहुंच गया है।
मालाड की रहनेवाली गृहिणी पूजा मिश्रा ने बताया कि सिलिंडर के दाम बढ़ने से रसोई का बजट बिगड़ जाता है। पिछले एक वर्ष में केंद्र सरकार ने सिर्फ पेट्रोल और रसोई गैस को टारगेट किया है। नालासोपारा में रहनेवाली किरण दुबे ने बताया कि भाजपा सरकार मनमानी कर रही है। लोग किस तरह कम पगार में घर चला रहे हैं, उन्हें क्या पता? महंगाई बढ़ाकर सरकार गरीबों के पेट पर लात मार रही है। सरकार को रसोई गैस का भाव कम करना चाहिए। नई मुंबई निवासी ज्योति गुप्ता ने बताया कि इस महंगाई में बच्चों की पढ़ाई, घर का किराया और रोजमर्रे की जरूरत पूरी करने में हालत खराब हो जाती है। ऐसे में केंद्र सरकार द्वारा रसोई गैस का भाव बढ़ाना उनकी मनमानी है। केंद्र सरकार की नीति से लोग परेशान हो गए हैं।
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