ठाणे और पालघर जिलों में भारी बारिश के कारण निचले इलाकों से परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया
Due to heavy rains in Thane and Palghar districts, families from low-lying areas were shifted to safer places
महाराष्ट्र के ठाणे और पालघर जिलों में भारी बारिश हुई, जिससे कई इलाकों में पानी भर गया, जिसके बाद ठाणे के निचले इलाकों से 250 से अधिक परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया। भारी बारिश को देखते हुए पालघर जिले के कई हिस्सों में स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए। उन्होंने बताया कि उल्हास (ठाणे), अंबा, सावित्री और पातालगंगा (पड़ोसी रायगढ़ में) समेत कई नदियां उफान पर थीं। अधिकारियों ने बताया कि ठाणे में उल्हास, कालू और मुरबाड़ी नदियों पर बने कुछ पुल जलमग्न हो गए हैं।
जिला सूचना अधिकारी नंदकुमार वाघमारे ने कहा कि भारी बारिश और बाढ़ के बाद ठाणे के बदलापुर शहर के सोनिवली और हेंड्रेपाड़ा के लगभग 200 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि कल्याण तालुका के मोर्या नगर के लगभग 60 परिवारों और ठाणे के अंबरनाथ इलाके में एक वरिष्ठ नागरिक आवास के निवासियों को भी सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है।
ठाणे जिला मुख्यालय की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि नागोताने में अंबा नदी, महाड में सावित्री, लोहाप में पातालगंगा और जंबुलपाड़ा में उल्हास नदी खतरे के निशान को पार कर गई हैं। इसमें कहा गया है कि डोलवाहल में कुंडलिका नदी, बदलापुर में उल्हास और टिटवाला में कालू चेतावनी स्तर को पार कर गई हैं।
जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा, इसके अलावा, रायते और दहागांव (उल्हास नदी पर), चिकले गांव की ओर जाने वाली सड़क (कालू नदी पर) और मुरबाड में मुरबाडी नदी पर कुछ पुल भी जलमग्न हो गए। जिला प्रशासन ने एक विज्ञप्ति में कहा कि पालघर में, कलेक्टर गोविंद बोडके ने भारी बारिश और अधिक भारी बारिश के पूर्वानुमान के कारण वसई, पालघर, दहानू और तलासरी तालुका में सभी शैक्षणिक संस्थानों के लिए बुधवार को छुट्टी की घोषणा की।
पालघर आपदा प्रबंधन सेल के प्रमुख विवेकानंद कदम ने पीटीआई-भाषा को बताया कि यह आदेश सरकारी के साथ-साथ निजी शैक्षणिक संस्थानों पर भी लागू होगा। उन्होंने कहा कि वसई के कुछ इलाकों में पानी भर गया है और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), पुलिस और राजस्व विभाग की टीमें बचाव और राहत अभियान चला रही हैं।

