आदिपुरुष के मेकर्स ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया
The makers of Adipurush approached the Supreme Court
आदिपुरुष के खिलाफ देश के 6 राज्यों में चल रहे अलग-अलग मामलों को लेकर आदिपुरुष के मेकर्स ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने आदिपुरुष के डायरेक्टर ओम राउत, प्रोड्यूसर भूषण कुमार और डायलॉग राइटर मनोज मुंतशिर को पेश होने का निर्देश दिया था। हालांकि उन्होंने इस आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रुख किया।
आज यानी गुरुवार को इस मामले पर सुनवाई होनी थी, लेकिन चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ के कहने पर सुनवाई कल तक के लिए टाल दी गई। चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ ने मेकर्स की पैरवी कर रहे काउंसिल को कहा- कोर्ट अनलिस्टेड मामलों की सुनवाई नहीं करता। आप पहले सभी मामलों की एक लिस्ट बनाकर लाएं। उसके बाद ही केस पर सुनवाई हो सकती है। आपके लिए यहां कोई अपवाद नहीं है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट के लखनऊ बेंच ने फिल्म आदिपुरुष के आपत्तिजनक डायलॉग के मामले में लगातार तीन दिन सुनवाई की थी। कोर्ट ने कहा कि जिस रामायण के किरदारों की पूजा की जाती है, उसे एक मजाक की तरह कैसे दिखा दिया गया। ऐसी फिल्म को सेंसर बोर्ड ने पास कैसे कर दिया। फिल्म को पास कर देना एक ब्लंडर है। फिल्म मेकर्स को तो सिर्फ पैसे कमाने हैं क्योंकि पिक्चर हिट हो जाती है।
अगर आप कुरान पर एक छोटी सी डॉक्यूमेंट्री बनाकर देखिए, जिसमें गलत चीजों को दर्शाया गया हो तो आपको पता चल जाएगा कि क्या हो सकता है। आपको कुरान, बाइबिल को भी नहीं छूना चाहिए। मैं ये क्लियर कर दूं कि किसी एक धर्म को भी टच न करिए। आप किसी धर्म के बारे में गलत तरह से मत दिखाएं। कोर्ट किसी धर्म को नहीं मानता। कोर्ट सभी लोगों की भावनाओं की कद्र करता है।

