डिजिटल करेंसी की आड़ में चल रहा ड्रग सप्लाई का धंधा, पुलिस के रडार पर दंपती; एक आरोपी गिरफ्तार
Drug supply business running under the guise of digital currency...
डिजिटल करेंसी की आड़ में गोरेगांव के एक दंपती ड्रग तस्करी का धंधा चला रहे हैं जिस बात का खुलासा मध्य प्रदेश में ड्रग के साथ गिरफ्तार एक व्यक्ति ने किया है। उसका दावा है कि वो दंपती का कुरियर मैन है।
पिछले सप्ताह महाराष्ट्र के गोरेगांव से पुलिस के हत्थे एक दंपती चढे हैं, जो घर में ही ड्रग तस्करी का धंधा चला रहे थे। पेशे से यह दंपती डिजिटल करेंसी के व्यवसायी हैं। जानकारी के मुताबिक, पिछले सप्ताह पुलिस ने 17 लाख रुपये के मूल्य के 142 ग्राम एमडी के साथ मीरा रोड के एक निवासी को गिरफ्तार किया था...Drug supply business running under the guise of digital currency...
ड्रग के साथ गिरफ्तार व्यक्ति ने दी जानकारी
इसी आरोपी ने इन दंपती के बारे में बताया था। उसके बाद मध्य प्रदेश पुलिस ने दंपति को पूछताछ के लिए समन जारी किया था, लेकिन दंपती ने इसमें अपना सहयोग नहीं दिया, जिसके बाद अब उन्हें गिरफ्तार का सामना करना पड़ सकता है। मीरा रोड निवासी 39 वर्षीय निसार जुबैर खान को 9 जून को मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में खनियाधना पुलिस ने पकड़ा था। पुलिस ने खान के पास से 142 ग्राम मेफेड्रोन (एमडी) और एक सिल्वर सेंट्रो गाड़ी जब्त की थी...Drug supply business running under the guise of digital currency...

खनियाधाना पुलिस ने 10 जून को खान के खिलाफ नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सबस्टेंस (एनडीपीएस) अधिनियम की धारा 8 और 22 के तहत मामला दर्ज किया। जांच के दौरान, खान ने खुलासा किया कि वह मुंबई में एक महिला और उसके पति के लिए सिर्फ एक कूरियर मैन है। उसने दावा किया कि जब दंपती ने उसे यह पैकेट सौंपा, तो उसे नहीं पता था कि पैकेट के अंदर क्या है...Drug supply business running under the guise of digital currency...
दंपती के लिए कुरियर मैन का काम करता था आरोपी
खान ने पुलिस को बताया कि वह दो साल से उनके लिए काम कर रहा था। पुलिस ने कहा, "उसने हमें बताया कि दंपती उसे पार्सल लेने के लिए गोरेगांव पूर्व में ओबेरॉय स्क्वायर में अपने आवास पर बुलाता था। हर असाइनमेंट के लिए उन्हें एक नया मोबाइल फोन और एक नया सिम कार्ड और डिलीवरी का पता मिलता था। दंपती पार्सल सौंपने के बाद उससे फोन और सिम कार्ड दोनों को हटाने के लिए कहते थे...Drug supply business running under the guise of digital currency...
अधिकारी ने कहा, "उसने हमें बताया कि 6 जून को आरोपी दंपती ने उसे अपने आवास पर बुलाया, उसे पार्सल दिया और मध्य प्रदेश के चंदेरी शहर में पहुंचाने के लिए कहा।" खान के अनुसार, युगल डिजिटल मुद्रा की आड़ में यह काम कर रहे हैं और पोंजी योजनाएं और बड़े पैमाने पर ड्रग वितरण नेटवर्क चला रहे हैं। उसने आरोप लगाया कि वे पार्सल सेवाओं के माध्यम से अपने ग्राहकों को ड्रग की डिलीवरी करते...Drug supply business running under the guise of digital currency...
जांच के लिए नहीं कर रहे सहयोग
खनियाधाना पुलिस स्टेशन के स्टेशन हाउस अधिकारी धर्मेंद्र सिंह भदौरिया ने कहा, "मध्य प्रदेश की एक पुलिस टीम और आरे पुलिस चार दिन पहले दंपती के घर गई और उन्हें समन सौंपा और जांच के लिए पेश होने को कहा, लेकिन वे हमारा सहयोग नहीं कर रहे हैं। यदि वे नहीं करते हैं, तो हमें उन्हें गिरफ्तार करना पड़ सकता है।"
उन्होंने कहा, "मुंबई पुलिस के आयुक्त ने भी उनको पुलिस के साथ सहयोग करने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है...Drug supply business running under the guise of digital currency...

