ट्रैफिक-फ्री मुंबई का सपना होगा पूरा, कोस्टल रोड के दूसरी टनल के ब्रेक-थ्रू पर बोले CM एकनाथ शिंदे
Dream of traffic-free Mumbai will be fulfilled, CM Eknath Shinde said on break-through of second tunnel of Coastal Road
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि ट्रैफिक-फ्री मुंबई का सपना जल्द पूरा होगा। कोस्टल रोड के दूसरी टनल के ब्रेक-थ्रू पर सीएम ने कहा कि यह प्रॉजेक्ट मुंबई के लिए बहुत अहम है।
मुंबई: कोस्टल रोड प्रॉजेक्ट मुंबई के लिए काफी महत्वपूर्ण है। इसके बनने से ट्रैफिक मुक्त मुंबई का सपना पूरा होगा। यह बातें मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कोस्टल रोड के दूसरे टनल के ब्रेक-थ्रू (खुदाई का काम पूरा) के अवसर पर कही। शिंदे ने कहा कि मुंबई को ट्रैफिक मुक्त बनाने के लिए कई प्रॉजेक्ट पर काम चल रहा है, जिसके लिए केंद्र सरकार से पूरा सहयोग मिल रहा है। एमटीएचएल प्रॉजेक्ट के जरिए हम मुंबई से सीधे रायगड पहुंच जाएंगे। कोस्टल रोड के जरिए दक्षिण मुंबई से वर्ली होते हुए बांद्रा-वर्ली सी-लिंक से वर्सोवा और कांदिवली से सीधे मीरा-भाईंदर से हम जुड़ जाएंगे। करीब 33 किलोमीटर का यह प्रॉजेक्ट मुंबई और एमएमआर को जोड़ने में अहम भूमिका निभाएगा...break-through of second tunnel of Coastal Road...
मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि नवंबर , 2023 तक अधिकांश कार्य पूरे हो जाएंगे। टनल के ब्रेक-थ्रू के अवसर पर सीएम के साथ उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, बीएमसी कमिश्नर आई़ एस़ चहल व अन्य अधिकारी मौजूद थे। बीएमसी गिरगांव चौपाटी से प्रियदर्शिनी पार्क होते हुए वर्ली सी-लिंक तक 10.58 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण बीएमसी कर रही है। इस पर 12700 करोड़ रुपये से अधिक खर्च हो रहा है। बीएमसी के अनुसार इसके बनने से 34 प्रतिशत ईंधन और 70 प्रतिशत समय की बचत होगी...break-through of second tunnel of Coastal Road...
कोस्टल रोड के लिए महत्वपूर्ण दोनों टनल का काम 27 महीने में पूरा हुआ। हालांकि, बीएमसी ने शुरुआत में यह काम 20 महीने में पूरा करने का दावा किया था। 11 जनवरी, 2021 को तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के हाथों टनल के काम की शुरुआत हुई थी। पहली टनल का काम एक साल बाद 13 महीने में 10 जनवरी, 2022 को पूरा हुआ था। दूसरी टनल की खुदाई का काम गिरगांव चौपाटी से 26 अप्रैल, 2022 से शुरू हुआ है, जिसका 30 मई, 2023 को प्रियदर्शिनी पार्क में ब्रेक-थ्रू हुआ। इस टनल का काम पूरा होने में 14 महीने का समय लग गया, जबकि बीएमसी ने इसे 9 महीने में पूरा करने की बात कही थी।
यह टनल मलबार हिल पहाड़ी, हैंगिंग गार्डन और गिरगांव में समुद्र के नीचे से बनाई गई है। जुड़वां सुरंगें जमीन के नीचे 10 मीटर से 70 मीटर की गहराई में बनाई गई हैं। भूमिगत सुरंग में कुल 6 लेन के सड़क बनाई जा रही है। सुरंग में किसी भी दुर्घटना के मामले में एक आपातकालीन संदेश बीएमसी के आपातकालीन नियंत्रण कक्ष, मुंबई फायर ब्रिगेड, पुलिस और यातायात पुलिस को चला जाएगा। इससे तत्काल सहायता प्रदान करना संभव होगा। कोस्टल रोड का 75 प्रतिशत से अधिक काम पूरा हो गया है...break-through of second tunnel of Coastal Road...
कोस्टल रोड के तहत गिरगांव चौपाटी से प्रियदर्शिनी पार्क तक बनी दूसरी टनल का काम मंगलवार को पूरा हो गया। यह देश की सबसे लंबी समुद्री टनल है। 2.07 किमी लंबी दूसरी टनल 1 किमी समुद्र के नीचे बनी है। यह मलबार हिल की तरफ बने वीविंग- डेक से मफतलाल क्लब तन समुद्र के नीचे बनी है। वहीं, एक किमी से लंबी टनल का काम मलबार हिल की पहाड़ी के नीचे चट्टानों को काट कर बनाई गई है। समुद्र के नीचे टनल बनाने में जहां आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। पहाड़ी के नीचे टनल बनाना चुनौतीपूर्ण था, जिसे टीबीएम मशीन की मदद से पूरा किया गया।
बीएमसी को उम्मीद है कि नवंबर, 2023 तक वर्ली तक कोस्टल रोड का काम पूरा हो जाएगा और इसे वर्ली तक आवागमन के लिए खोल दिया जाएगा। उसके बाद अगले 6 महीने में कोस्टल रोड को बांद्रा-वर्ली सी-लिंक से जोड़ने का काम पूरा करने का लक्ष्य है। कोस्टल रोड और बांद्रा-वर्ली सी-लिंक कनेक्ट होने से मरीन लाइंस से सीधे लोग पश्चिम उपनगर से जुड़ सकेंगे।
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